एक नए शोध से पता चला है कि दुनियाभर के कई देशों में अब समलैंगिकता को स्वीकार किया जा रहा है, लेकिन रूस और अन्य पूर्व साम्यवादी देशों में यह अब भी स्वीकार्य नहीं है.
शिकागो विश्वविद्यालय की नेशनल ओपिनियन रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार समलैंगिकता को लेकर 30 देशों के रुख का अध्ययन किया गया.
अध्ययन में यह बात सामने आई कि 27 देशों में समलैंगिता की स्वीकार्यता बढी़, जबकि साइप्रस, चेक रिपब्लिक, लातविया और रूस में यह घटी. रिपोर्ट के मुताबिक, नीदरलैंड, डेनमार्क, नार्वे, स्विटजरलैंड और बेल्जियम समलैंगिकता को लेकर सबसे ज्यादा नरम देश हैं.
अध्ययन में बताया गया कि रूस में 1991 में 59 फीसदी लोग समलैंगिकता के खिलाफ थे, जबकि 2008 में यह संख्या बढकर 64 फीसदी हो गई.