एक नये अध्ययन से पता लगा है कि सुबह की सैर शरीर को ही चुस्त-दुरस्त नहीं रखती, बल्कि कई अन्य रोगों की तरह अवसाद से निजात पाने में भी सहायक है.
पत्रिका मेंटल हेल्थ एण्ड फिजिकल एक्टीविटी में प्रकाशित शोध दर्शाता है कि सैर की अवसाद कम करने में ‘काफी अहम भूमिका’ रहती है.
कड़े शारीरिक व्यायाम को अवसाद के लक्षण को कम करने में उपयोगी माना जाता रहा था लेकिन अब इस शोध से सैर को भी इसके लिये कारगर माना गया है. कम कड़े परिश्रम के परिणाम लेकिन अभी तक स्पष्ट नहीं हैं.
माना जाता है कि दस में से एक व्यक्ति जीवन के किसी न किसी मोड़ पर अवसाद के दौर से गुजरता है. इसके लिये दवा दी जाती हैं लेकिन कम अवसाद वाले रोगियों को चिकित्सक आम तौर पर व्यायाम की सलाह देते हैं.
विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इसके लिये 341 रोगियों पर व्यायाम और सैर का असर देखते हुए यह निष्कर्ष निकाला कि सैर का भी कड़े व्यायाम जैसा असर होता है.