दुकान में लगा शीशा हो या कार की खिड़की में लगा शीशा, यहां तक कि लोगों के धूप का चश्मा हो, ये सब अपने काम के अलावा एक और काम में उपयोग में आते हैं.
जनाब, अक्ल के घोड़े दौड़ाइए जरा और आप जान जाएंगे कि वह कौन-सा काम है. दरअसल, एक अध्ययन में दावा किया गया है कि महिलाएं दिन में खुद को आठ बार आइने में निहारती हैं और यह आइना कुछ भी हो सकता है.
ब्रिटेन में हुए एक सर्वेक्षण के मुताबिक, दस में से एक महिला ने स्वीकार किया कि कार के पीछे चलते हुए उसके शीशे में अपने मेकअप और बालों को देखे बिना वह नहीं रह सकतीं.
‘सिंपल’ स्किनकेयर के इस सर्वेक्षण में 2,000 महिलाओं ने हिस्सा लिया. तीन में से एक महिला ने कहा कि वह अपने बाथरूम के आइने में खुद को सर्वश्रेष्ठ पाती हैं जबकि 20 में से एक का मानना था कि कार्यालय स्थित शौचालय के आइने में वह सबसे बदसूरत दिखती हैं.
डेली एक्सप्रेस की खबर में बताया गया कि सर्वेक्षण की सबसे रोचक बात यह रही कि 10 में से चार महिलाओं का मानना था कि वे अपने पसंदीदा आइने में अन्य के मुकाबले बेहतर दिखती हैं.