क्रिसमस और उपहार, यानी दोगुना आनंद. 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है और इसके ठीक एक माह पहले 25 नवंबर को कुछ देशों में शॉपिंग रिमाइंडर डे मनाया जाता है, ताकि लोगों को क्रिसमस के लिए उपहार खरीदने की याद दिलाई जाए. एक माह का समय उपहारों की खरीद और क्रिसमस की तैयारी के लिए पर्याप्त होता है.
एक सरकारी अस्पताल में नर्स अल्फांसो जोसेफ कहती हैं ‘‘क्रिसमस पर हम एक दूसरे को उपहार देते हैं. जल्दबाजी में उपहार खरीद पाना मुश्किल होता है, इसलिए मेरी कोशिश होती है कि थोड़ा पहले ही बाजार जा कर उपहार खरीद लूं.’’ अल्फांसो कहती हैं ‘‘त्योहार अपने आप में ही कई खुशियां समेटे रहते हैं. अगर इस मौके पर उपहार भी दिए जाएं, तो त्योहारों का मजा दोगुना हो जाता है. मैं अपने भतीजे-भतीजियों के लिए उपहार खरीदकर उसकी आकषर्क पैकिंग करती हूं. क्रिसमस पर वह उपहार रात को मैं उन जगहों पर रख देती हूं, जहां मुझे लगता है कि सुबह उठकर बच्चे सबसे पहले देखेंगे. सुबह बच्चे जब उपहार देखते हैं, तो खुश हो जाते हैं.’’
वह कहती हैं ‘‘अब तो बच्चे बड़े हो गए हैं. समझने लगे हैं. जब वे छोटे थे, तो हम उनको कहते थे कि ये उपहार सांता क्लॉज ले कर आए थे. बच्चे खुश हो जाते थे.’’ एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सेल्स मैनेजर वर्नी सानू कहते हैं ‘‘उपहार देने का कोई समय नहीं होता. जब मर्जी हो, उपहार दीजिये, लेकिन त्यौहारों पर उपहार देने की बात ही कुछ और होती है.