बचपन में ही होने वाली मोटापे की समस्या से निजात दिलाने वाले उपकरण के अविष्कार का यूरोपीय वैज्ञानिकों ने दावा किया है. यह कंप्यूटराइज्ड मशीन बच्चों में तेजी से खाने की आदत छुड़ाएगी और बताएगी कि प्लेट से कितनी तेजी से भोजन चट हो गया.
तेजी से भोजन चट करने की आदत मोटापा बढ़ाने से जुडी होती है. मैंडोमीटर नामक यह उपकरण स्टाकहोम स्थित कैरोलिंस्का संस्थान के वैज्ञानिकों ने तैयार किया है. विशेषज्ञ तेजी से भोजन चट करने की आदत को मोटापा बढ़ाने के लिए जिम्मेदार मानते हैं.
मैंडोमीटर तेजी से भोजन करने की आदत पर रोक लगाती है और बताती है कि कोई कितनी तीव्रता से भोजन कर रहा है. 106 मोटे बच्चों पर मशीन का प्रयोग किया गया जिसके सकारात्मक नतीजे देखने को मिले हैं. इस मशीन के उपयोग के 12 महीने बाद बच्चों का वजन कम बढ़ा और उन्होंने कम भोजन किया. ‘ब्रिटिश मेडिकल जर्नल’ ने कहा कि बच्चों के खाने की गति 11 फीसद कम हो गयी. विशेषज्ञों का कहना है कि तेजी से खाने से मस्तिष्क की वह संकेत प्रणाली बाधित होती है जो पेट भरने के बाद खाने से रोकती है.