अगर आप भी बिस्तर पर लेटकर टीवी देखते समय स्नैक खाना पंसद करते हैं तो अपनी ये आदत तुरंत बदल डालिए. आपकी ये आदत जल्द ही आपको बीमार बना सकती है. खासकर किशोरावस्था में टीवी देखते समय स्नैक्स का सेवन करने की आदत हृदय रोग और डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है. जी हां हाल ही में हुआ एक अध्ययन आपको ऐसे ही एक खतरे के बारे में आगाह कर रहा है.

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टीवी देखते समय स्नैक्स का सेवन बना सकता है इस गंभीर रोग का शिकार

अगर आप भी बिस्तर पर लेटकर टीवी देखते समय स्नैक खाना पंसद करते हैं तो अपनी ये आदत तुरंत बदल डालिए. आपकी ये आदत जल्द ही आपको बीमार बना सकती है. खासकर किशोरावस्था में टीवी देखते समय स्नैक्स का सेवन करने की आदत हृदय रोग और डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है. जी हां हाल ही में हुआ एक अध्ययन आपको ऐसे ही एक खतरे के बारे में आगाह कर रहा है.

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प्रतीकात्मक फोटो
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अगर आप भी बिस्तर पर लेटकर टीवी देखते समय स्नैक खाना पंसद करते हैं तो अपनी ये आदत तुरंत बदल डालिए. आपकी ये आदत जल्द ही आपको बीमार बना सकती है. खासकर किशोरावस्था में टीवी देखते समय स्नैक्स का सेवन करने की आदत हृदय रोग और डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है. जी हां हाल ही में हुआ एक अध्ययन आपको ऐसे ही एक खतरे के बारे में आगाह कर रहा है.

शोधकर्ताओं की मानें तो जो बच्चे टीवी देखते समय स्नैक्स का ज्यादा सेवन करते हैं उनके शरीर में मेटाबोलिक सिंड्रोम का खतरा ज्यादा देखने को मिलता है. यह निष्कर्ष 12 से 17 साल की उम्र के 33,900 किशोरों पर किए गए एक अध्ययन के आधार पर निकाला गया. शोध में पता चला कि मेटाबोलिक सिंड्रोम की वजह से बच्चों में ब्लड प्रेशर बढ़ने, हाई ब्लड शुगर, कमर की चर्बी बढ़ने और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है.

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मेटाबॉलिक सिंड्रोम

यूं तो मेटाबॉलिक सिंड्रोम कोई एक बीमारी नहीं है. यह एकसाथ कई बीमारियों के होने की वजह से होता है. उच्‍च रक्‍तचाप, शुगर की परेशानी, कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा का बढ़ना और अधिक मोटापा, ये सब चीजें मिलकर मेटाबॉलिक सिंड्रोम की वजह बनती हैं. आइए जानते हैं ऐसी कौन सी वो बीमारियां हैं जो मेटाबॉलिक सिंड्रोम के लिए जिम्मेदार होती हैं.

बैड कोलेस्‍ट्रॉल

अगर आपके खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 150 मिग्रा/डेलि है, तो आपको मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने का खतरा काफी बढ़ हो जाता है.

हाई ब्लड प्रेशर

सबसे ज्यादा मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने का खतरा हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को रहता है. सामान्‍य व्‍यक्ति का रक्‍तचाप 120/80 माना जाता है. यदि यह इस सामान्‍य स्‍तर से अधिक हो, तो आपको मेटाबॉलिक सिंड्रोम हो सकता है.

शुगर

यदि खाना खाने से पहले आपके शरीर में शुगर की मात्रा 100 से अधिक है, तो आपको सचेत रहने की जरूरत है. यह मेटाबॉलिक सिंड्रोम के खतरे की तरफ इशारा करता है.

मोटापा

खासकर पेट के आसपास जमा अतिरिक्‍त चर्बी मेटाबॉ‍लिक सिंड्रोम का एक संभावित कारण हो सकती है.

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