कभी कभी जिंदगी में सब कुछ बेहद बेरंग सा हो जाता है. चीजें जब लंबे समय तक एक ढर्रे पर चलती हैं, तो मन में उकताहट पैदा हो जाती है. ऐसे में वह बातें जो बिस्तर पर हमसफर के साथ खुशनुमा माहौल बना देती हैं कहीं खो सी जाती हैं. वह पल जब आप एकदूसरे के साथ को तरसते थे और एकदूसरे के साथ ज्यादा समय मिलने पर वह कम लगता था, सभी बातें मानों एक लंबें अंतराल में बदल गई हों. ऑफिस का काम और जिंगदी की भागमभाग में आप एक रोबोट बन कर रह गए हों, तो जरा टटोलिए खुद को... क्यों आपकी हंसमुख साथी अब हमेशा उखड़ी उखड़ी रहने लगी है, बिस्तर पर आप दोनों साथ होते हैं, लेकिन वह पहले वाली बात नहीं आती...
तो जनाब आपको रिचार्ज होने की बेहद जरूरत है. हो सकता है कि आप अपने साथी से उम्मीद लगाए बैठें हों कि वही कुछ अच्छा करने की शुरुआत करें, लेकिन अब वक्त हो चला है हर उम्मीद को छोड कर खुद ही रिश्तों में मिठास भरने का. क्यों न जीवन फिर से में रंग भरने की शुरुआत की जाए, उस शख्स से जिसने आपके जीवन में उमंग भरी थी. अपनी उदास साथी के चेहरे पर फिर से मुस्कान भरने के लिए शुरू हो जाईए उनकी तारीफ के पुल बांधने में. फिर देखिए आप जितना देंगें, उससे कहीं ज्यादा ब्याज समेत बिस्तरों की सिल्वटों पर आपकी साथी बिखेर देगी.
अगर आपने उन्हें खुश करने का मन बना ही लिया है, तो उसी पुराने तरीके को अपनाएं, जिससे उन के चेहरे की चमक बढ जाती थी. और जुट जाइए तारीफ के नए तरीके ढूंढने में. लेकिन हां, तारीफ करने का भी एक अंदाज होता है, उसे भूल कर भी न भूलें.
इस नई शुरुआत में उन्हें खुश करें, तो जरा संभल कर. तारीफ बस यूं ही हर बात की न करें. इससे उनके मन में संशय हो सकता है कि आप उन्हें बहका रहे हैं. इसलिए अपने टारगेट तय कर लें. जैसे उन के बालों की तारीफ करें. क्योंकि हर महिला को अपने बालों की तारीफ सुनना भाता है. लेकिन यहां भी सावधान रहें. बेसिरपैर की बातें न बोलें. जो सच हो उसी को अच्छे शब्दों में सजा कर कहें, जैसे ‘तुम्हारे बाल बहुत सिल्की या चमकदार हैं’. हां एक बात और किसी तरह की सलाह या ब्यूटी टिप्स देने से परहेज करें तो बेहतर होगा.{mospagebreak}महिलाएं अपने फिगर को लेकर खासी सजग रहती हैं. उन्हें बहुत अच्छा लगता है अगर कोई उनकी फिटनेस की तारीफ करे. इसलिए आपके लिए यह एक अच्छा प्वाइंट है, जिसका आप फायदा उठा सकते हैं. लेकिन अगर वह फिगर कांश्यस नहीं हैं और थोडी मोटी हैं, तो उनके फिगर के बजाए शरीर के उभारों की तारीफ करें. इससे उन्हें अजीब भी नहीं लगेगा और आपका काम भी बन जाएगा.
इस के साथे ही अपने साथी को बताएं कि उसके होंठ कितने सुंदर हैं. उनके होंठों की शेप, रंग को लेकर बात करें. हां, उनके खास फीचर का जिक्र करना न भूलें.
खुद को किसी सीमा में न बांधें. झिझक को परे रख दें और खुल कर उनकी तारीफ करें. उनके हर अंग को महत्व दें. नितंबों, शरीर के कोमल हिस्सों, पैरों की शेप, वगैरह पर खुल कर बोलें. स्नेह के लम्हों में नए शब्द गढ़ें और इंतजार करें. आपके इस स्नेह के बदले में आपका साथी जिंदगी में भर चुकी निरसता को हटा कर इतना स्नेह बरसाएगी कि जीवन को भी नया रूप मिलेगा.