हृदय रोगियों को स्वाइन फ्लू से अधिक खतरा है और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि एच1एन1 नामक इंफ्लुएंजा विषाणु का संक्रमण होने पर दिल के रोगियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
हृदय रोगियों के लिए खतरनाक है स्वाइन फ्लू
हृदय रोग विशेषज्ञों ने कहा है कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों में प्रतिरक्षा का एक संतुलन होता है. एक हृदय रोगी को यह कमजोर बना देता है और वे विषाणु के प्रति अधिक जोखिम वाले वर्ग में आ जाते हैं. श्वसन नली से शरीर के अन्य अंगों में जाने वाला स्वाइन फ्लू का विषाणु दिल, फेफड़ों, गुर्दे और अन्य अंगों को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर सकता है और एक साथ कई अंगों के काम बंद कर देने से मरीज की मृत्यु भी हो सकती है.
अपोलो अस्पताल में इंटरवेंशनल कार्डियोलाजी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि दिल के रोगी पहले ही उस दहलीज पर होते हैं कि कोई भी बीमारी उन्हें और अधिक मुश्किल में डाल सकती है चाहे वह फ्लू हो या जीवाणु संक्रमण.