जो पोषक तत्व टमाटर को लाल रंग देता है वह पुरुषों में फर्टिलिटी को बढ़ा सकता है. एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है.
मर्द का दर्द
रिसर्च से पता चला है कि लाइकोपीन (लाइकोपीन की वजह से ही टमाटर का रंग लाल होता है) स्पर्म काउंट को 70 फीसदी तक बढ़ा सकता है. इस आविष्कार से अब उन पुरुषों की मदद हो पाएगी जो पिता नहीं बन पा रहे हैं.
इनफर्टाइल पुरुषों की मदद करने वाला एक बड़ा ग्रुप अब एक सर्वे कर यह देखना चाहता है कि क्या पुरुषों को ज्यादा मात्रा में लाइकोपीन देने से उनके पिता बनने की संभावना में बढ़ोतरी होती है या नहीं.
ब्रिटेन के इनफर्टाइल नेटवर्क के प्रवक्ता केरेन वेनेस के मुताबिक, 'हम रिसर्च के परिणामों को काफी सकारात्मक रूप से ले रहे हैं. और अब हम एक अध्ययन का अवलोकन कर देखना चाहते हैं कि क्या लाइकोपीन से पुरुषों की मदद हो सकती है'.
उन्होंने कहा, 'हमारे समाज में बांझपन को महिलाओं से जोड़कर देखा जाता है क्योंकि महिलाएं ही बच्चा पैदा करती हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में स्पर्म के फंक्शन या क्वालिटी की वजह से महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हो पातीं'.
आपको बता दें कि यह रिपोर्ट ओहियो की क्लीवलैंड क्लीनिक की है, जिसका रिव्यू अब तक दुनिया भर के करीब 12 अलग-अलग ग्रुप कर चुके हैं. सभी के रिव्यू में यह बात सामने आई कि लाइकोपीन स्पर्म काउंट के साथ स्पर्म की स्पीड को भी बढ़ाता है. यही नहीं लाइकोपीन खराब स्पर्म को भी कम करने में मददकार है.
इससे पहले हुए दूसरे अध्ययनों से पता चला था कि लाइकोपीन प्रोस्टेट से जुड़ी बीमारियों को कम करता है. आपको बता दें कि प्रोस्टेट एक ग्रंथी है जो स्पर्म बनाती है.
इस रिसर्च को करवाने वाले क्लीवलैंड क्लीनिक के डायरेक्टर अशोक अग्रवाल की टीम ने इनफर्टिलिटी से जूझ रहे कुछ पुरुषों को लाइकोपीन सप्लीमेंट्स देने शुरू भी कर दिए हैं, जिसके परिणामों की घोषणा अगले साल तक की जा सकती है.