मोटापा यानी तमाम बीमारियों की जड़. पूर्व में हुए शोधों में यह बात कही गई है कि मोटापे के लिए खान-पान और दिनचर्या के साथ-साथ आनुवांशिक वजहें भी जिम्मेदार होती हैं. अब ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पिता के मोटा होने पर बेटे और मां के मोटा होने पर बेटी के मोटा होने की संभावना काफी बढ़ जाती है.
व्यावहारिक कारण ज्यादा जवाबदेह
प्लेमाउथ स्थित पेनिनसुला मेडिकल कालेज के वैज्ञानिकों की रिपोर्ट इंटरनेशनल जरनल आफ ओबेसिटी में छपी है. शोध के मुताबिक ऐसा नहीं है कि इसके पीछे आनुवांशिक कारण जिम्मेदार हैं, क्योंकि तब लिंग इतनी प्रभावी भूमिका नहीं निभाता. ऐसा संभवत: व्यावहारिक कारणों से होता है. यानी बेटियां अपनी मां और बेटे पिता की जीवनचर्या का अनुसरण करते हैं.
226 परिवारों पर किया गया अध्ययन
वैज्ञानिकों ने अध्ययन में 226 परिवार को शामिल किया और उनकी आदतों, खानपान और दिनचर्या पर नजर रखी. शोध के अनुसार मोटी माताओं की बेटियों के मोटा होने की आशंका दस गुना तक ज्यादा होती है। जबकि पिता और बेटों के मामले में यह संभावना छह गुना तक ज्यादा होती है.