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रिश्ते टूटने पर पुरुष होते है अधिक आहत

पुरुष महिलाओं से बलशाली और बहादुर चाहे नजर आयें लेकिन रिश्तों में दरार आने अथवा टूटने पर उन्हें अधिक तकलीफ होती है. अमेरिका में वाके फोरेस्ट यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि किसी महिला से संबंधों में खटास आने पर युवा पुरुष के दिलोदिमाग पर जबर्दस्त असर पड़ता है.

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पुरुष महिलाओं से बलशाली और बहादुर चाहे नजर आयें लेकिन रिश्तों में दरार आने अथवा टूटने पर उन्हें अधिक तकलीफ होती है. अमेरिका में वाके फोरेस्ट यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि किसी महिला से संबंधों में खटास आने पर युवा पुरुष के दिलोदिमाग पर जबर्दस्त असर पड़ता है.

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वजह यह है कि महिलायें जहां अपने तनाव को मित्रों में साझा कर लेती है वहीं पुरुष भीतर ही भीतर घुटने लगता है और नकारात्मक सोच उसके जेहन में घर कर जाती है. नतीजनतन वह शराब जैसी लत का दामन पकड़ लेता है.

अध्ययन के नेता प्रोफेसर रॉबिन शिमन ने स्वीकार किया कि वह नतीजों को देखकर हैरत में पड़ गयीं क्योंकि आम सोच यह थी कि रिश्तों में भावात्मक उथलपुथल की शिकार महिलायें जल्द हो जाती है. डेली मेल ने उनके हवाले से कहा ‘आश्चर्य हुआ यह जानकर कि रिश्तों में उतार चढ़ाव का युवकों पर अधिक प्रतिक्रिया होती है.’ लेकिन अगर रोमांस सही चल रहा है तो पुरुष अधिक लाभान्वित रहता है.

सर्वेक्षण 1000 अवैवाहिक युवक युवतियों पर किया गया जिनकी उम्र 18 से 23 साल के बीच थी. शिमन ने कहा कि सर्वेक्षण से यह बात सामने आयी कि युवक बहुत कम लोगों में विश्वास करते हैं जबकि महिलायें अपने परिजनों और मित्रों के साथ अधिक करीबी संबंध रखती हैं. इसकी एक वजह युवकों में पहचान और आत्मसम्मान की अधिक भावना भी है.

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उनके अनुसार एक तथ्य यह है कि पुरुष और महिला अलग-अलग तरीके से भावनाओं को अभिव्यक्त करते हैं. ‘महिलाओं में भावात्मक पीड़ा अवसाद में झलकती है जबकि पुरुषों में यह ठोस समस्यायें लेकर सामने आती है.’ मानसिक स्वास्थ्य पर लंबे अध्ययन और प्रौढ़ होने की प्रक्रिया पर किया गया यह अध्ययन हेल्थ एण्ड सोशल बिहेवियर नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.

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