आम तौर पर देखा गया है कि इंटरनेट का इस्तेमाल करने से नींद उड़ जाती है लेकिन अब पता चला है कि इससे नींद उड़ती नहीं, बल्कि नींद आ जाती है. यह कमाल कर दिखाया है एक ऑनलाइन कम्युनिटी ने. इस कम्युनिटी से जुड़े लोगों ने तनाव दूर करने और नींद नहीं आने की बीमारी से छुटकारा पाने की आसान राह खोज ली है.
शिकागो में रहने वाला 19 साल का विश्वेफश तनाव से जूझ रहा था. सोने के लिए बेड पर जाता तो नींद आने के लिए उसे घंटों इंतजार करना पड़ता. एक दिन उसने सुबह क्लांस जाने की बजाय इंटरनेट पर अपनी बीमारी का इलाज ढूंढने का फेसला किया.
इंटरनेट पर उसे मारिया नाम की लड़की मिली. मारिया नियमित तौर पर अपना मेक-अप करते, बालों पर कंघी फेरते और ब्लैरकबोर्ड के सामने टीचर बनने की एक्टिंग करते हुए वीडियो अपलोड करती थी.
मारिया के ऐसे वीडियो देखने वाले करीब छह लाख लोगों की लिस्ट में विश्वेश का भी नाम जुड़ गया है. इंटरनेट पर मारिया के ऐसे 178 से भी ज्यादा वीडियो हैं. ये लाखों लोगों के लिए अचूक इलाज का काम कर रहे हैं जो तनाव की बीमारी से जूझ रहे हैं और जिन्हें नींद नहीं आती. इस प्रक्रिया को ऑटोनोमस सेंसरी मेरिडियन रिस्पॉन्स (एएसएमआर) कहा जाता है.