पेशे से अबॉर्शन काउंसर एक 25 साल की अमेरिकी महिला ने खुद का अबॉर्शन यानी कि गर्भपात करवाया और उसका वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड कर दिया. महिला का कहना है कि उसका मकसद उस कलंक को खत्म करना है, जो गर्भपात की प्रक्रिया पर लगाया जाता है.
एमिली लेट्स नाम की यह महिला न्यूजर्सी के चेरी हिल वुमेन सेंटर में काम करती हैं. उनका कहना है कि सेक्स एजुकेटर होने के बावजूद उन्होंने गर्भ निरोधक दवाओं का सेवन नहीं किया और पिछले साल नवंबर में वह गलती से प्रेग्नेंट हो गईं.
यूट्यूब पर अपलोड किए गए उनके तीन मिनट के वीडियो में उन्हें ऑपरेशन थिएटर में जाने के लिए व्हील चेयर पर बैठते हुए दिखाया गया है. इसके बाद डॉक्टर उनके गर्भाशय यानी कि बच्चादानी से भ्रूण निकाल देते हैं. पूरे ऑपरेशन के दौरान वो जगी रहती हैं, लेकिन उन्हें हल्का एनेस्थीसिया दिया गया था इसलिए उन्हें दर्द महसूस नहीं होता. इस वीडियो को अब तक कई लोग देख चुके हैं और कड़े शब्दों में इसकी निंदा कर रहे हैं.
एमिली ने जिस वक्त गर्भपात करवाया उस वक्त वह तीन महीने की प्रेग्नेंट थीं. उनका कहना है कि अगर वह चाहती तो ऑपरेशन के बजाए दवा खाकर भी बच्चा गिरा सकती थीं. लेकिन 'वह ऑपरेशन से ही गर्भपात करवाना चाहती थीं क्योंकि यह एक ऐसी चीज है जिससे महिलाएं सबसे ज्यादा डरती हैं'.
वो कहती हैं, 'मैं दिखाना चाहती थी कि यह इतना डरावना नहीं है और अबॉर्शन के पीछे कोई सकारात्मक कहानी भी हो सकती है. यह मेरी कहानी है'. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि अबॉर्शन के वक्त वह रिलेशनशिप में थीं या नहीं. उन्होंने कहा, 'मुझे पता था कि मैं बच्चे की देखभाल के लिए तैयार नहीं हूं'.
अबॉर्शन के दौरान एमिली हॉस्पिटल गाउन पहनकर रिलैक्स होने के लिए गहरी सांस ले रही हैं और गुनगुना रही हैं. वह स्टाफ के एक सदस्य के साथ बातचीत करती भी दिख रही हैं, जो उन्हें सहारा देते हुए उनका हाथ मल रहा है.
अबॉर्शन की प्रक्रिया पूरी होने पर वो चिल्लाते हुए कहती हैं, 'ये, कूल, मुझे अच्छा लग रहा है. मेरा काम हो गया'.
अबॉर्शन के एक महीने बाद एमिली ने दर्शकों से अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा कि उनकी क्लीनिक में आने वाली ज्यादातर महिलाओं को अबॉर्शन के बाद ग्लानि होती है, लेकिन उनके साथ ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा, 'मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैं बुरी इंसान हूं. मुझे खराब नहीं लगा. मुझे पता था कि मैं जो करने जा रही हूं वह सही है. वह किसी और के लिए नहीं, बल्कि मेरे लिए सही था'.
एमिली ने 14 मार्च को यह वीडियो अपलोड किया था और तब से लेकर अब तक इसे कई लोग देख चुके हैं. हालांकि वीडियो के नीचे से कॉमेंट बॉक्स हटा दिया गया है.
एमिली ने बताया कि जब उन्होंने अपना वीडियो फेसबुक पर अपलोड किया तो दूसरी महिलाओं ने भी अपनी कहानियां उनके साथ साझा की. उन्होंने कहा, 'एक महिला ने मुझे यह कहते हुए मेसेज भेजा कि अबॉर्शन के बाद से उसे ग्लानि हो रही है. उसका ब्वॉयफ्रेंड उसे कातिल कहता है, लेकिन मेरा वीडियो देखने के बाद अब वह पहले से अच्छा महसूस कर रही है और उसने वीडियो की सराहना भी की'.
हालांकि वीडियो पर सकारात्मक प्रतिक्रियाओं से ज्यादा गुस्से से भरी हुई प्रतिक्रियाएं हैं. एमिली के मुताबिक, 'एक यूजर ने लिखा कि तुम्हें मर जाना चाहिए. तुमने अपने बच्चे की हत्या की है'.
अबॉर्शन के बाद एमिली के गर्भाशय में टी-आकार की आईयूडी लगा दी गई है, जो एक तरह का गर्भनिरोधक है. अपनी बात खत्म करते हुए एमिली कहती हैं, 'मुझे इस बात की खुशी है कि मैं बच्चा पैदा कर सकती हूं. मैं किसी को जिंदगी दे सकती हूं, मैं सिर्फ अपनी कहानी बयान करना चाहती थी'.