उड़ने की चाहत नहीं
आसमान किसको चाहिए
आगे बढ़ने के लिए
द्रढ़ता की सड़क चाहिए
विशवास के पहियों पर
जिंदगी के रथ को
स्वाभिमान से सजा कर
प्रेम का सारथी साथ चाहिए
उड़ने के लिए आसमान किस को चाहिए...
ज़मीन पर ही रहकर
तीव्र गति की तमन्ना है
शांति और सामर्थ की परिपूर्णता है
पर ये सफ़र अकेले 'जीवन रथ '
से तय नहीं होगा
शौर्य,धैर्य,प्रेम, विश्वास से
रास्ता आसान होगा
कठिन राह भी
आसान हो जाती है
जब किस्मत और मेहनत की
लगाम हाथ आती है
बस एक सादा जीवन चाहिए
उड़ने के लिए आसमान किस को चाहिए.