महिलाओं के लिए पीरियड्स के शुरुआती एक-दो दिन बहुत परेशान करने वाले होते हैं. इस दौरान पेट और कमर में दर्द होना स्वाभाविक बात है. इसे ध्यान में रखते हुए एक सांसद ने ऑफिस में काम करने वाली महिलाओं के लिए, महीने में, 2 दिनों की पेड लीव दिए जाने के लिए कानून बनाने की हिमायत की है.
अरुणाचल प्रदेश के एक कांग्रेसी सांसद निनॉन्ग इरिंग का 'मेंसुरेशन बेनेफिट बिल 2017' सदन में पेश किया जाएगा. इस बिल में पीरियड्स के दौरान प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं को 2 दिनों की छुट्टी देने का प्रावधान है. इसके अलावा पीरियड्स के दौरान ऑफिस में महिलाओं के आराम करने की व्यवस्था करने की बात भी शामिल है.
दरअसल पिछले साल एक मीडिया कम्पनी 'कल्चर मशीन' ने अपने यहां काम करने वाली महिलाओं के पीरियड्स के पहले दिन एक छुट्टी देने की शुरुआत की थी. 'कल्चर मशीन' ने #FOPLeave के नाम से एक ऑनलाइन कैम्पेन भी चलाया जिसे लोगों का जबरदस्त समर्थन मिला. हालांकि कई लोगों ने इसका विरोध भी किया. विरोध करने वालो में निनॉन्ग इरिंग की ही पार्टी कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी भी शामिल थीं.
गौरतलब है कि निनॉन्ग इरिंग का यह बिल, निजी बिल के तहत चुना गया है. निजी बिल पेश करने का मौका उन सांसदों को मिलता है जो सरकार में मंत्री नही हैं.
पिछले सप्ताह निनॉन्ग इरिंग ने लोकसभा में महिलाओं को पीरियड्स के दौरान छुट्टी देने की बात उठाकर सरकार की राय जाननी चाही थी. महिला बाल विकास मंत्रालय ने इस मुद्दे पर कहा था कि फिलहाल ऐसे किसी कानून की योजना नहीं है.
आपको बता दें कि जापान में Menstrual leave का कॉन्सेप्ट 1947 से ही है. इसके अलावा ये ताइवान, साउथ कोरिया, इंडोनेशिया और चीन के कुछ हिस्सों में भी सफल है और अब काठमांडू की इस कंपनी ने भी इस ओर एक कदम बढ़ा दिया है.