जरूरत से ज्यादा शर्माना भी एक तरह की बीमारी है. अत्यधिक शर्मीला स्वभाव वाला व्यक्ति समारोहों में जाने या लोगों से मिलने-जुलने में कतराता है. यह व्यवहार से जुड़ी एक बीमारी है और शोधकर्ताओं की राय में 'काग्नीटिव बिहेवियर थेरेपी' से इसका इलाज भी संभव है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि वैसे तो हर व्यक्ति किसी न किसी स्थिति में थोड़ा-बहुत शर्माता है. लेकिन 20 में से एक व्यक्ति अत्यधिक शर्मीलेपन का शिकार होता है. इस स्थिति को सोशल फोबिया भी कहा जाता है. इसकी मुख्य वजह लोगों के अंदर छिपा डर है. व्यवहारजन्य थेरेपी व कुछ अन्य तरीकों से लोगों के अंदर बैठे डर को निकाला जा सकता है और इसके अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं.
मैक्क्वायर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक प्रचलित तकनीक में थोड़ा सा सुधार कर सोशल फोबिया को काफी हद तक दूर किया जा सकता है. इसमें सबसे जरूरी है कि अत्यधिक शर्मीलेपन के शिकार व्यक्ति से उसके सामाजिक व्यवहार के बारे में विस्तार से जानकारी ली जाए. सीधे शब्दों में कहें तो यह जानना जरूरी है कि वह क्यों शर्माता है? कारण जान लेने के बाद उसका निवारण आसान हो जाता है.