कभी जिंदगी का जश्न मनाने के लिए, तो कभी सिर चढ़ी खुमारी को दूर करने के लिए, तो कभी शाम को धुंआ धुंआ करने के लिए आदमी और औरत सिगरेट पीते हैं. वे पीते हैं और जानते हैं कि इससे फेफड़े, मुंह और तमाम दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचता है.
जानकारी की लिस्ट में एक बिंदु और जोड़ लीजिए. सिगरेट पीने से आपका दिमाग भी सिकुड़ने लगता है. नतीजतन, आपकी याद धुंधली पड़ सकती है. आप भाषा भूल सकते हैं. इतना ही नहीं, आपकी चीजों को समझने की शक्ति पर भी असर पड़ सकता है.
कनाडा की मैकगिल यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के मुताबिक सिगरेट पीने से दिमाग का कॉर्टेक्स वाला हिस्सा पतला होने लगता है. कॉर्टेक्स दिमाग की बाहरी सतह बनाता है. इसके पतला होने से लोगों की सोचने की शक्ति पर असर पड़ना शुरू हो जाता है.
प्रोशेपर शेरिफ के मुताबिक रिसर्च से यह भी सामने आया कि अगर व्यक्ति सिगरेट पीना बंद कर दे तो कुछ ही महीनों में कॉर्टेक्स के कमजोर होने की प्रक्रिया रुक जाती है. दिमाग नए सिरे से अपनी बाहरी सतह को दुरुस्त करने में जुट जाता है.