आजकल भारत में कोरोनरी आर्टरी बीमारियां काफी कॉमन हैं जिनसे सिर्फ लाइफस्टाइल में थोड़ा सा बदलाव लाकर बचा जा सकता है. वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन की मानें तो हार्ट की अधिकतर बीमारियों से बचा जा सकता है अगर तंबाकू, अनहेल्दी डाइट, फिजिकल इनएक्टिविटी और ऐल्कोहॉल का अधिक सेवन जैसे इन चार रिस्क फेक्टर्स से तौबा की जाए.
हार्ट की बीमारियों में परिवार की हिस्ट्री का भी खासा रोल होता है. अगर परिवार में किसी को हार्ट की बीमारी, हाई बीपी और डायबिटीज जैसी कोई शिकायत है तो भी आपको अपने हार्ट की एकस्ट्रा केयर करने की जरूरत है
फोर्टिस एस्कोर्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर अशोक सेठ का कहना है कि हार्ट के लिए ज्यादा मात्रा में नमक खाना भी काफी नुकसानदायक हो सकता है. हाफंना, छाती में दर्द, एकाग्रता में कमी, नींद कम लेना जैसी शिकायत हो तो समझ जाइए, आपका हार्ट खतरे में है.
हार्ट को फिट रखने के टिप्स
योगा: योगा से भी काफी हद तक हार्ट से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है. स्टडीज से पता चलता है कि प्रणायाम कार्डीओवैस्क्यलर कंडिशन के लिए काफी फायदेमंद है. लेकिन योगा को केवल किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए.
करें कार्डीओवैस्क्यलर एक्सरसाइज
दौड़ना, स्विमिंग, साइक्लिंग, कूदना जैसी एक्सरसाइज से फेफड़े और दिल मजबूत होते हैं और उनकी ऑक्सीजन लेने की क्षमता बढ़ती है. ऐरोबिक एक्सरसाइज लो हार्ट रेट वाले लोगों के भी फायदेमंद है. अपने दिल को जवां बनाए रखने के लिए हम सभी को कम से कम सप्ताह में तीन बार 20-20 मिनट के लिए दौड़ना ही चाहिए.