एक स्टडी के मुताबिक, लोगों के चलने के अंदाज से पता चलता है कि वो कितने आक्रामक है. अगर चलते वक्त किसी व्यक्ति के शरीर का ऊपरी और निचला हिस्सा ज्यादा हिलता है तो उसमें आक्रामकता ज्यादा होती है. यूके के पोर्ट्समाउथ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 29 लोगों पर ट्रेडमिल पर उनके नेचुरल स्पीड में चलने के ऊपर एक अध्ययन किया है.
एक शोधकर्ता के मुताबिक, 'जब हम चलते हैं तो हमारे शरीर में मूवमेंट होती है. जब कोई व्यक्ति अपना बायां पैर आगे बढ़ाता है तो उसके साथ कूल्हे का बायां भाग भी आगे आता है, बायां कंधा थोड़ा पीछे की तरफ झुकता है और दायां कंधा संतुलन बनाने के लिए आगे झुकता है.'
शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों को एक फॉर्म भरने दिया जो उनके आक्रामकता के स्तर का अंदाजा लगाता है. उन्होंने प्रतिभागियों के व्यक्तित्व की विशिष्टता का पता लगाने के लिए 'बिग फाइव' नाम का एक टेस्ट भी लिया. टेस्ट और फॉर्म के जरिए उन्होंने पता लगाआ कि लोग क्या सोचते हैं, क्या महसूस करते हैं और कैसे व्यवहार करते हैं.
मोशन केप्चर टेक्नोलॉजी के जरिए शोधकर्ताओं नें मनुष्यों के वक्ष और कूल्हे की गति और उनके चाल की गति का पता लगाया. शोधकर्ता कहते हैं, 'हमारे रिसर्च से यह बात कंफर्म होती है कि लोगों के चलने के तरीके से उनके व्यक्तित्व के बारे में पता चलता है.'