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नहीं ले पा रहे नींद तो हो सकता है मल्टीपल स्क्लेरोसिस, पहचानें लक्षण

अगर आपको ठीक से नींद नहीं आती है तो सावधान हो जाएं क्योंकि नींद न आने की समस्या मल्टीपल स्क्लेरोसिस होने की ओर इशारा करती है.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

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नींद न आने की वजहें हो सकती हैं, काम का दबाव, तनाव या कुछ और. अगर आप हफ्ते भर काम की वजह से भरपूर नींद नहीं ले सके हैं तो वीकेंड पर आपके लिए नींद पूरी करना जरूरी है. ऐसा न करने पर आप मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) का शिकार हो सकते हैं.

एक स्टडी की रिपोर्ट में सामने आया है कि मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) की पहचान करीब पांच साल पहले की जा सकती है क्योंकि इसके मरीजों में तंत्रिका तंत्र विकार जैसे दर्द या नींद की समस्या की संभावना ज्यादा होती है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र में माइलिन पर हमला होने से एमएस की दिक्कते पैदा होती है. माइलिन, वसीय पदार्थ है जो इलेक्ट्रिकल संकेतों के तेज संचरण को सक्षम बनाता है. माइलिन पर हमले से दिमाग व शरीर के दूसरे हिस्सों में संचार में बाधा पहुंचती है. इससे दृष्टि संबंधी समस्याएं, मांसपेशियों में कमजोरी, संतुलन व समन्वय में परेशानी होती है.

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कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय की न्यूरोलॉजी विभाग की प्रमुख शोधकर्ता हेलेन ट्रेमलेट ने कहा, इस तरह के चेतावनी वाले संकेतों की मौजूदगी को अल्जाइमर बीमारी और पार्किंसंस रोग के लिए अच्छी तरह से स्वीकार किया जाता है, लेकिन इस तरह के एमएस के पैटर्न के लिए खोज कम हुई है.

उन्होंने यह भी कहा कि, हमें इस घटना की गहराई में जाने के लिए शायद डाटा माइनिंग तकनीक के इस्तेमाल से गुजरने की जरूरत है. हम देखना चाहते हैं कि क्या लिंग, आयु व एमएस के विकसित होने के पैटर्न प्रत्यक्ष तौर पर जुड़े हैं.

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