दुनिया की किसी भी बीमारी से खतरनाक बीमारी डिप्रेशन है. दुनियाभर में 350 लाख से अधिक लोग इसके शिकार बताए जाते हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में डिप्रेशन की बीमारी महिलाओं में ज्यादा है. इसे सबसे खतरनाक माना जाता है क्योंकि डिप्रेशन अपने आप में कई बीमारियों को निमंत्रण देता है.
खास बात यह है कि डिप्रेशन किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है. हाल ही मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने भी स्वीकार किया कि एक समय वह डिप्रेशन की शिकार थीं. एक इंटरव्यू के दौरान दीपिका ने कहा था, 'मेरे काम की सराहना की जा रही थी. 2014 की शुरुआत में एक सुबह जब मैं उठी तो मैंने कुछ अलग महसूस किया. एक दिन पहले मैं थकावट के कारण बेहोश हो गई थी. मैंने अपने पेट में एक अजीब सा खालीपन महसूस किया. मैं काम पर ध्यान केंद्रित कर रही थी. मेरे चारों तरफ लोग खड़े हुए थे. मेरी सांस रुक सी गई थी. मैं एकाग्रता की कमी का सामना कर रही थी.'
एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिप्रेशन के कई लक्षण हो सकते हैं. यह किसी भावना के हावी होने के साथ शुरू हो सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि डिप्रेशन धीरे-धीरे अपना असर बढ़ाता है और एक समय खतरनाक साबित होता है. अक्सर लोग इसे सिर्फ एक भावना के रूप में नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे नकारात्मक प्रभाव का सामना करना पड़ता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डिप्रेशन के सात ऐसे कारण हैं, जिन्हें कभी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए-
1) ज्यादा नींद आना या अनिद्रा होना
2) ऊर्जा का कम होना
3) बेचैनी या चिड़चिड़ापन
4) थकान का बढ़ना
5) अयोग्यता की भावना
6) कठिनाई से सोचना
7) मन में मौत या आत्महत्या के विचार का आना.