वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, दुनिया भर में महिलाओं में होने वाले कैंसरों में ब्रेस्ट कैंसर सबसे ज्यादा होता है. विकासशील देशों में यह खतरा और भी ज्यादा होता है क्योंकि वहां बीमारी का पता देर से पता चलता है.
2011 में इस बीमारी ने दुनिया भर की 5,08,000 महिलाओं की जान ली थी.
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एक ओर यह बीमारी लाखों महिलाओं की जान ले रहा है वहीं इस बीमारी के लिए जागरूकता फैलाना किसी चैलेंज से कम नहीं है. आखिर इसका कारण क्या है? इसका कारण है औरतों के ब्रेस्ट को दूसरी नजरों से देखना. यह जानलेवा बीमारी कईयों की जान ले रही है वहीं कुछ लोग इसे मजाक का विषय समझते हैं.
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इसी का जवाब देते हुए इस्लामाबाद के एक कॉलेज की लड़की फमा हसन ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है, 'कल मैं अपने क्लास से निकल कर अपनी कार की तरफ जा रही थी. रास्ते में कुछ लड़के खड़े थे. वो अापस में कुछ बातें कर रहे थे. पहला लड़का- ओए वो क्या कह रहे थे? दूसरा लड़का- पता नहीं यार 'ब्रेस्ट' कैंसर का कुछ करने आए थे. उसी का बताए जा रहे थे. फिर सब हंसने लगे.
मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई. आज के समाज में ब्रेस्ट को इन नजरों से देखा जाता है कि कैंसर जैसे खतरनाक बीमारी पर भी उसका मजाक बनाने से लोग पीछे नहीं हट रहें.' फमा ने आगे पाकिस्तान में ब्रेस्ट कैंसर के हालात को बताते हुए कहा, उन्हें पता ही नहीं है कि पाकिस्तान में साल भर में 40,000 औरतें मरती हैं. एशिया में पाकिस्तान में ही सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर होती है. समाज की मानसिकता के कारण ही औरतें अपनी बीमारी खुलकर नहीं बता पाती. भगवान ना करें अगर उनके परिवार के भी किसी सदस्य को यह हो गया तो वो क्या करेंगे?'
फमा का मानना है कि ब्रेस्ट कैंसर के लिए जागरूकता फैलाने की जरूरत है. बैठकर बातें करने से कुछ नहीं होता.