धूप में रहकर आप अपनी जिंदगी और लंबी कर सकते हैं, क्योंकि जिन लोगों के रक्त में विटामिन डी का स्तर कम होता है उन लोगों में असमय मृत्यु का खतरा अपेक्षाकृत दोगुना होता है.
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सैन डिएगो के एक प्रोफेसर सेड्रिक गारलैंड ने बताया कि तीन साल पहले अमेरिका की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी की स्वास्थ्य निकाय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन (आईओएम) ने यह निष्कर्ष निकाला था कि विटामिन डी का बहुत कम स्तर होना खतरनाक है.
गारलैंड ने बताया कि नया अध्ययन उस निष्कर्ष का समर्थन करता है, लेकिन यह उससे एक कदम आगे जाता है. आईओएम के निष्कर्ष में विटमिन डी की कमी का संबंध हड्डियों की बीमारियों से बताया गया था. नए अध्ययन में विटामिन डी की कमी का संबंध न सिर्फ हड्डियों की बीमारियों से बल्कि असमय मृत्यु से भी बताया गया है.
अध्ययन में संयुक्त राष्ट्रों सहित 14 देशों के नागरिकों को शामिल किया गया और 5,66,583 प्रतिभागियों के आंकड़े इकट्ठे किए गए. अध्ययन में पाया गया कि लगभग आधी असमय मौतों का संबंध विटामिन डी की कमी से था. यूसी सैन डिएगो स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर हीथर हॉफलिच ने बताया कि यह अध्ययन चिकित्सा समुदाय को देना चाहिए और यह पर्याप्त सार्वजनिक आश्वासन देता है कि विटामिन डी सुरक्षित है जब इसकी खुराक 4,000 अंतरराष्ट्रीय यूनिट (ईयू) प्रतिदिन है.
यह अध्ययन 'अमेरिकन जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ' में प्रकाशित हुआ है.