ईस्टर से ठीक पहले चीन में एक ऐसी अजीबोगरीब डिश की तैयारी चल रही है कि सुनकर ही आपको घिन आने लगेगी. यह डिश है, 'लड़कों के पेशाब में उबले हुए अंडे.' बताया जाता है कि चीन के झेजियांग प्रांत के डोंगयांग में हजारों सालों से यह डिश बनाई और खाई जा रही है.
ब्रिटिश वेबसाइट 'डेली मेल' में छपी खबर के मुताबिक, इस साल भी डोंगयांग के शेफ पूरी दुनिया को उनकी डिश आजमाने का न्यौता दे रहे हैं. शेफ का दावा है कि इस बार ये अंडे बेहद अच्छी क्वालिटी के होंगे और उनमें एक 'खट्टा' स्वाद होगा.
हैरानी की बात यह है कि चीन में इन अंडों की खास 'सांस्कृतिक अहमियत' है. हजारों सालों से वसंत के मौसम में बच्चों के पेशाब में उबले हुए अंडे खाने की परंपरा रही है. शेफ लू मिंग बताते हैं कि स्थानीय स्कूलों से पेशाब इकट्ठा किया जाता है. लड़के बाल्टियों में पेशाब करते हैं और वहां से हर दिन ताजा पेशाब ले लिया जाता है.
शेफ का दावा, हेल्दी होते हैं ये अंडे
शेफ बताते हैं कि अंडों को दो बार पेशाब में उबाला जाता है. पहले छिलका हटाए बिना और फिर बाद
में छिलका हटाकर. इसके बाद ही उन्हें खाने के लिए परोसा जाता है. मिंग कहते हैं, 'ये अंडे लाजवाब
और हेल्दी होते हैं. उन्हें खाने से बुखार नहीं आता. और अगर आप सुस्त महसूस कर रहे हों तो इन्हें
खाकर ताजगी आती है.'
वह कहते हैं, 'हम इसे एक्सपोर्ट करने पर भी ध्यान दे रहे हैं क्योंकि हम चाहते हैं कि चीन से बाहर के लोग भी हमारी डिश की तारीफ करें.'
2008 में स्थानीय शहर ने इन अंडों को 'सांस्कृतिक विरासत' घोषित कर दिया था. यहां तक कि यूनेस्को विश्व विरासत के दर्जे के लिए आवेदन करने की बात भी चर्चा में थी.
हालांकि शेफ यह नहीं बता पाए कि इस साल अंडे कुछ अतिरिक्त खट्टे क्यों हैं. शेफ दावा करते हैं कि ये अंडे सेहत के लिए अच्छे हैं पर डोंगयांग में हर कोई इस थ्योरी पर यकीन नहीं करता. हालांकि न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, चीनी मेडिकल एक्सपर्ट इन अंडों के संबंध में लोगों को चेता चुके हैं.
यहां के एक निवासी वांग जुग्शिंग कहते हैं, 'हमारे यहां यह मान्यता है कि पेशाब में उबले हुए अंडे सेहत के लिए अच्छे होते हैं और इनसे जुखाम वगैरह नहीं होता. पर मैं इसे नहीं मानता और न ही उन्हें खाता हूं.'