पिज्जा, चीज बर्गर, फ्रेंच फ्राइज खाते हुए क्या कभी आपने ये सोचा है कि इसका आपकी सेहत पर किस-किस तरह से हो सकता है. जाहिर तौर पर कुछ लोग ने सोचा होगा, पर सिर्फ मोटापे के बारे में....
लेकिन आपको बता दें कि उच्च वसायुक्त खाना मोटापा बढ़ाने के साथ-साथ आंखों की रोशनी कम होने और खत्म होने का खतरा भी बढ़ा देता है.
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एक हालिया शोध में यह दावा किया गया है कि वसा पेट के बैक्टीरियल कम्यूनिटी को बदल देता है, जिसके बाद उम्र से संबंधित बदलाव तेजी से होने लगते हैं. डॉक्टरी भाषा में इस प्रक्रिया को ‘एज-रिलेटेड मस्कूलर डीजेनरेशन (एएमडी)’ कहते हैं. यानी आप समय से पहले ही बूढ़े दिखने लगते हैं. आपकी त्वचा, आपकी पाचन क्रिया और आपकी आंखें एक वृद्ध व्यक्ति की तरह काम करने लगती हैं.
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यह शोध कनाडा के यूनिवर्सिटी ऑफ मॉन्ट्रियल के शोधकर्ताओं ने किया है. शोधकर्ताओं का दावा है कि वसा हमारे पेट के माइक्रोबायोम्स की गतिविधियों को बदल देता है, जिसका सीधा असर आंखों की सेहत पर होता है. माइक्रोबायोम्स की बदली स्थिति आंखों की रोशनी भी छीन सकती है.
दरअसल, होता ये है कि शरीर में बढ़ती चर्बी आंखों के पिछले हिस्से में जमा होने लगती है. जमा हुई फैट आंखों तक जाने वाली तंत्रिका कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त कर देती है और ब्लड वेसेल में नई बीमारी का विकास करने में लग जाती है.
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