scorecardresearch
 
Advertisement
पर्यटन

PHOTOS: नए साल में दोस्तों के साथ करें केदारकांठा ट्रेक, दिखेंगे खूबसूरत नजारे

ट्रैकिंग के लिए जन्नत है केदारकांठा
  • 1/10

अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं और पहाड़ों में बर्फबारी के बीच ट्रेकिंग का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो उत्तराखंड का केदारकांठा आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन है. यह जगह ट्रेकिंग के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है.

ट्रैकिंग के लिए जन्नत से कम नहीं केदारकांठा
  • 2/10

हर साल ट्रेकिंग के शौकीन लोग केदारकांठा आते हैं. खासकर क्रिसमस और न्यूईयर के समय यहां ट्रेकर्स की भारी भीड़ जुटती है क्योंकि बर्फबारी के बीच ट्रेकर्स के लिए ट्रेकिंग का अनुभव और भी शानदार हो जाता है. 

ट्रैकिंग के लिए जन्नत से कम नहीं केदारकांठा
  • 3/10

सांकरी केदारकांठा ट्रेक का बेस है जहां तक आप सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं. इसके बाद सांकरी से 10 किलोमीटर का पैदल ट्रेक शुरू होता है. इस ट्रेक की खास बात यह है कि यहां रास्ते भर में आपको घने जंगल, जमी हुई झील, मखमली घास के मैदान, आसमान छूती चोटियां और बर्फ से लदे पहाड़ देखने को मिलेंगे.

Advertisement
ट्रैकिंग के लिए जन्नत से कम नहीं केदारकांठा
  • 4/10

केदारकांठा ट्रेक का मुख्य आकर्षण है जूड़ा तालाब या जूड़ा लेक. सर्दियों के दिनों में ये लेक पूरी तरह जम जाती है और इतनी सख्त हो जाती है कि आप उसके ऊपर चल सकते हैं. जूड़ा तालाब के पीछे एक पौराणिक मान्यता भी है. कहा जाता है कि यहां भगवान शिव ने अपनी जटाओं को खोला था और तब जो पानी निकला उससे तालाब बना इसीलिए इसे जूड़ा तालाब कहते हैं.

 ट्रैकिंग के लिए जन्नत है केदारकांठा
  • 5/10

जूड़ा तालाब के पास कैंपिंग करने के बाद केदारकांठा बेस कैंप में ट्रेकर्स रुकते हैं जहां से अगले दिन केदारकांठा पीक के लिए चढ़ाई की जाती है.

ट्रैकिंग के लिए जन्नत से कम नहीं केदारकांठा
  • 6/10

यहां आने वाले ट्रेकर्स की कोशिश होती है कि वो सुबह-सुबह ही केदारकांठा चोटी पर पहुंच जाएं क्योंकि इस दौरान उन्हें 12500 फीट की ऊंचाई से खूबसूरत सनराइज और चारों तरफ बर्फ से ढकी चोटियों का नजारा देखने को मिलता है.

ट्रैकिंग के लिए जन्नत से कम नहीं केदारकांठा
  • 7/10

केदारकांठा चोटी से ट्रेकर्स को स्वर्गारोहिणी, बंदरपूंछ, व्हाइट माउंटेन, कालानाग, गरुड़ पर्वत और गंगोत्री रेंज पर्वत श्रंखला का सुंदर नजारा देखने को मिलता है. केदारकांठा ट्रेक की खूबसूरती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां 12 महीनों ट्रेकर्स पहुंचते हैं और सालभर सांकरी में पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है.

 ट्रैकिंग के लिए जन्नत से कम नहीं केदारकांठा
  • 8/10

केदारकांठा एक तीर्थस्थल भी है. मान्यता है कि बाबा केदार इस इलाके की खूबसूरती देखकर यहां भी विराजमान हुए थे इसलिए ये जगह भी केदारनाथ की तरह ही धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है.

 ट्रैकिंग के लिए जन्नत से कम नहीं केदारकांठा
  • 9/10

सांकरी में ठहरने के लिए सैलानियों और ट्रेकर्स को कोई दिक्कत नहीं होती है. यहां एक छोटा सा कस्बा है जहां आपको कुछ होटल और आसपास के गांव में लकड़ी के बने घर या होम स्टे मिल जाएंगे. इन घरों में रुक कर आप वहां के रहन-सहन और पहाड़ी व्यंजनों को करीब से जान पाएंगे और उसका आनंद ले पाएंगे.

Advertisement
ट्रैकिंग के लिए जन्नत से कम नहीं केदारकांठा
  • 10/10

केदारकांठा सांकरी में आता है और आप सड़क मार्ग से सांकरी जा सकते हैं. आप यहां कार और बस से पहुंच सकते हैं. देहरादून से यहां तक के लिए बस का किराया 350 रुपये के करीब है. देहरादून रेलवे स्टेशन के पास रोड वेज बस स्टैंड से रोज सुबह आठ बजे सांकरी के लिए बस जाती है जो शाम पांच बजे तक आपको सांकरी पहुंचा देती है.

Advertisement
Advertisement