नया साल आते ही लोग तरह-तरह की प्लानिंग शुरू कर देते हैं. मॉल, क्लब और होटल्स जैसी जगहों पर जश्न की तैयारियां शुरू हो गई हैं. लेकिन अगर आप दिल्ली में हैं तो इन भीड़ वाली जगहों से दूर न्यू ईयर का स्वागत कुछ खास अंदाज में भी कर सकते हैं. अच्छी बात ये है कि आपको नए साल पर लंबा वीकेंड मिल रहा है. 31 दिसंबर को शुक्रवार, 1 जनवरी को शनिवार और 2 जनवरी को रविवार है. ऐसे में अगर आप एक दिन की भी छुट्टी ले लें तो आराम से दिल्ली की कुछ बेहतरीन जगहों पर नए साल का जश्न मनाने जा सकते हैं. हम आपको दिल्ली के पास कुछ ऐसी जगहें बताने जा रहे हैं जहां आपके नए साल का जश्न दोगुना हो जाएगा. आइए जानते हैं न्यू ईयर के इन स्पेशल पार्टी डेस्टिनेशन के बारे में.
बीर बिलिंग- बीर बिलिंग ने 2015 में पहली बार पैराग्लाइडिंग विश्व कप की मेजबानी की थी. हिमाचल का ये छोटा सा गांव तभी से पर्यटकों के दिलों की जान बन गया है. देश-विदेश से लोग यहा पैराग्लाइडिंग करने आते हैं. अगर आप नए साल 2022 में कुछ रोमांचकारी करना चाहते हैं तो यहां जरूर जाएं. यहां के खूबसूरत नजारे और यहां का मौसम आपके नए साल की शाम को और खास बना देगा. अगर आपको एडवेंचर पसंद है तो आप पैराग्लाइडिंग के अलावा लॉन्च साइट तक ट्रेकिंग भी कर सकते हैं. यहां घूमने के लिए 1-2 दिन ही काफी है. यहां एक आदमी के रहने से लेकर घूमने तक का खर्च 7000 से 8000 रुपए तक आएगा.
कैसे जाएं- बीर गांव दिल्ली से 516 किमी की दूरी पर स्थित है. हालांकि पठानकोट (140 किमी दूर) और अंजू (3 किमी दूर) यहां के पास के स्टेशन हैं लेकिन दिल्ली से रोड ट्रिप करना आपके लिए ज्यादा अच्छा और सुविधाजनक रहेगा.
डलहौजी और खज्जियार- देवदार और ओक के हरे-भरे पेड़ से घिरे डलहौजी के खूबसूरत नजारे और खज्जियार में बर्फ से ढके इलाके दिल्ली वालों के लिए वीकेंड मनाने के लिए शानदार जगहें हैं. अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं तो डलहौजी जरूर जाएं. यहां रुकने के लिए 2-3 दिन का समय काफी है. डलहौजी में एक आदमी के 2 रात और 2 समय के खाने के अलावा आने-जाने का खर्च कुल मिलाकर 7000 तक आ सकता है. खज्जियार की सुंदरता देखते हुए इसे भारत का मिनी स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है. डीजे पार्टी और बोनफायर से सजी रात नए साल 2022 का स्वागत करने के लिए बेस्ट है. डलहौजी में आप चमेरा झील, दैनकुंड चोटी, पंजपुल्ला झरना जैसी जगहों पर घूमने जा सकते हैं. जबकि खज्जियार में आप पैराग्लाइडिंग, जॉर्बिंग और ट्रेकिंग का लुत्फ उठा सकते हैं.
कैसे जाएं- दिल्ली और डलहौजी 560 किमी दूरी पर हैं और खज्जियार डलहौजी से 21 किमी दूर है. दिल्ली से पठानकोट तक ट्रेन और आगे 80 किमी की सड़क यात्रा के जरिए आप डलहौजी जा सकते हैं. दिल्ली से डलहौजी तक की रोड ट्रिप ज्यादा मजेदार होती है क्योंकि आप रास्ते में रुकते हुए और यहां की खूबसूरती का आनंद लेते हुए सफर तय करते हैं.
कसोल- कुल्लू में पार्वती नदी के किनारे बसा एक सुंदर गांव कसोल पिछले 10 सालों में पर्यटकों की पसंदीदा जगह बन गई है. रूफटॉप डांस पार्टी, बोनफायर के साथ यहां न्यू ईयर का जश्न मनाना आपके लिए यादगार हो सकता है. इसके अलावा ट्रेकिंग ट्रेल्स से आप खीरगंगा, तोश, चलल, मणिकरण और मलाणा भी घूम सकते हैं. यही वजह है कि लोग साल में कई बार कसोल घूमने के लिए जाते हैं.
कैसे जाएं- कसोल दिल्ली से 518 किमी दूर स्थित है. रात भर की बस या कैब से कसोल पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका है. रास्ते भर के नजारे आपकी पूरी यात्रा को मजेदार बना देंगे. यहां घूमने के लिए 2 रात और 3 दिन का समय काफी है. एक आदमी के घूमने का खर्च यहां 6,000-7,000 रुपये के बीच आ सकता है लेकिन सारी जगहें घूमने के लिए आपको अपना बजट बढ़ाना पड़ेगा. कसोल में मणिकरन गुरुद्वारा है जहां पर फ्री में रहने की सुविधा भी उपलब्ध है.
कौसानी- कौसानी उत्तराखंड के बागेश्वर जिले का एक हिल स्टेशन और छोटा सा गांव हैं. वीकेंड में घूमने आने वालों की ये पसंदीदा जगह है. हिमालय की चोटियों के भव्य नजारे और बेहतरीन मौसम के बीच नए साल का जश्न मनाने से बेहतर आपके लिए कुछ और नहीं हो सकता. कौसानी में घूमने के लिए कई जगहें हैं, जिनमें अनाशक्ति आश्रम, कौसानी टी एस्टेट, सुमित्रानंदन पंत म्यूजियम, बैजनाथ मंदिर और रुद्रधारी फॉल्स और गुफाएं खास हैं.
कैसे जाएं- कौसानी दिल्ली से 411 किमी दूर है. इस पहाड़ी रिसॉर्ट में ट्रेन से जाना अच्छा विकल्प नहीं होगा क्योंकि इसका सबसे पास रेलवे स्टेशन काठगोदाम है जो कौसानी से 140 किमी दूर है. इसके बजाए आप रोड के रास्ते बहुत आराम से और सुंदर नजारों का आनंद लेते हुए वहां जाएं. 2-3 दिन कौसानी घूमने के लिए बेस्ट हैं. कौसानी में बोनफायर, लाइव म्यूजिक, खाना, घूमने और 2 रातों का खर्च मिलाकर लगभग 7000 रुपये तक आ जाएगा.
चैल और शिमला- न्यू ईयर में दिल्ली के पास घूमने के लिए चैल और शिमला बेस्ट ऑप्शन हैं. हालांकि, एडवेंचर पसंद लोगों के लिए यहां कुछ खास करने के लिए नहीं है लेकिन पार्टी करने के लिए ये दोनों जगहें बेस्ट हैं. आप अपने दोस्तों के साथ नए साल का जश्न मनाने यहां आ सकते हैं. यहां बर्फ से ढकी पहाड़ियों और बोनफायर के बीच आप नए साल का आगाज कर सकते हैं. दिल्ली वालों के लिए चैल और शिमला वीकेंड की पसंदीदा जगहें हैं. 1-2 दिन में आप चैल और शिमला दोनों जगहों पर घूम सकते हैं. यहां एक रात रुकने और खाने-पीने, घूमने का खर्च प्रति व्यक्ति 5000 रुपए तक है.
कैसे जाएं- चैल दिल्ली से 336 किमी दूर है जबकि शिमला चैल से 45 किमी की दूरी पर है. ये दोनों हिल स्टेशन रेल नेटवर्क से जुड़े हुए हैं. चैल तक आप कालका ट्रेन से जा सकते हैं, उसके बाद शिमला के लिए टॉय ट्रेन ले सकते हैं. हालांकि यहां भी रोड के रास्ते गाड़ी से जाना ज्यादा अच्छा अनुभव रहेगा.
धनौल्टी- दिल्ली में आसपास घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से धनौल्टी एक है. गढ़वाल हिमालयन रेंज के दृश्य और कई तरह की एक्टिविटी धनोल्टी में कैंपिंग के अनुभव को यादगार बनाती हैं. न्यू ईयर 2022 की शाम में सितारों के नीचे स्नो कैंपिंग का एक अलग ही अनुभव है. यहां बर्मा ब्रिज, मोगली वॉक और आसपास के जंगलों में ट्रेकिंग जैसी कई एडवेंचरस चीजें हैं जिसका मजा आप धनौल्टी में ले सकते हैं. इसके अलावा आप यहां इको पार्क, देवगढ़ किला और दशावतार मंदिर जैसी जगहों पर भी घूमने जा सकते हैं.
कैसे जाएं- उत्तराखंड का ये हिल स्टेशन दिल्ली से 302 किमी दूरी पर है. इसके सबसे पास रेलवे स्टेशन देहरादून और ऋषिकेश हैं जो धनोल्टी से 63 किमी और 80 किमी की दूरी पर हैं. बार-बार ट्रांसपोर्ट बदलने के झंझट से बचने के लिए आप सड़क से भी यात्रा कर सकते हैं. 1-2 दिन यहां घूमने के लिए काफी है. धनौल्टी में एक रात और 2 दिन के रुकने का खर्च 5000 रुपए तक आएगा.
जिम कॉर्बेट- उत्तराखंड में नैनीताल के पास स्थित जिम कॉर्बेट, भारत के सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है. वैसे तो ये पार्क मुख्य रूप से बाघों के लिए जाना जाता है लेकिन यहां हिरण, तेंदुए, गीदड़, लाल लोमड़ियां, काले भालू और बंदरों की भी कई प्रजातियां देखने को मिल सकती हैं. जीप सफारी के अलावा आप जंगल के अंदर और आसपास स्थित विश्व स्तरीय रिजॉर्ट का भी आनंद ले सकते हैं. यहां न्यू ईयर की पार्टी करना बेस्ट रहता है. अगर आप जंगल के बीच डीजे पार्टी का अनुभव करना चाहते हैं तो न्यू ईयर में यहां जरूर जाएं. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के अलावा, आप गर्जिया देवी मंदिर भी जा सकते हैं और कोसी नदी के किनारे की एक्टीविटी का भी मजा ले सकते हैं.
कैसे जाएं- दिल्ली से 246 किमी दूर स्थित जिम कॉर्बेट तक ट्रेन और सड़क दोनों रास्तों से पहुंचा जा सकता है. यहां का सबसे पास का रेलवे स्टेशन रामनगर है जो जिम कॉर्बेट से 86 किमी दूर स्थित है. इसलिए सड़क के रास्ते से जिम कॉर्बेट जाना ज्यादा अच्छा रहता है. यहां आप बड़े आराम से 2 रात और 3 दिन का समय बिता सकते हैं. यहां एक व्यक्ति के दो रात गुजारने का खर्च 8000 रुपए तक है.
कनाताल- सर्दियों में उत्तराखंड घूमने के लिए कनाताल सबसे बेस्ट ऑफबीट जगहों में से एक है. यहां की शांति और खूबसूरत नजारे हर किसी को यहां बार-बार आने को मजबूर करते हैं. साल 2022 का आगाज स्नो कैंपिंग और पहाड़ियों में न्यू ईयर पार्टी के साथ करने के लिए यहां आया जा सकता है. इसके अलावा आप यहां ट्रेकिंग, जंगल सफारी, रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, फ्लाइंग फॉक्स और वैली क्रॉसिंग सहित की एडवेंचरस एक्टिविटी का मजा ले सकते हैं. साथ ही यहां आप सुरकंडा देवी मंदिर, कोडिया जंगल और नई टिहरी भी जा सकते हैं.
कैसे जाएं- कनातल दिल्ली से 321 किमी दूर स्थित है. इसका निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है. अगर आप दिल्ली से आ रहे हैं तो रोड ट्रिप करना आपके लिए बेस्ट रहेगा. 1-2 दिनों में कनाताल अच्छे से घूमा जा सकता है. एक आदमी के घूमने का खर्चा यहां लगभग 5000 रुपए तक आएगा.