भारत के लोगों के लिए थाईलैंड हमेशा से पसंदीदा पर्यटन स्थल रहा है. फुकेट, थाईलैंड के रोमांटिक शहरों में से एक है. अलग-अलग देशों से कपल्स यहां अपना हनीमून मनाने आते हैं. फुकेट का हर एक नजारा दिल को लुभाता है. यहां के हॉटेल्स, बीच और एडवेंचर प्लेस अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर हैं. यहां का हर मौसम लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यहां आकर लोग खुल कर जिंदगी के मजे लेते हैं.
बता दें, वैक्सीन लगवा चुके अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए फुकेट (थाईलैंड) जुलाई के महीने से अपने देश में आने की अनुमति देने जा रहा है. खास बात यह है कि थाईलैंड में एक पर्यटन समूह ने एक कैंपेन चालू किया है. इसके तहत होटल के कमरे बहुत ही कम कीमत पर दिए जाएंगे. इस कैंपेन को 'वन-नाइट, वन-डॉलर' के नाम से जाना जाता है, जो थाईलैंड की पर्यटन परिषद (टीसीटी) द्वारा चलाया गया कैंपेन है.
इस योजना के तहत होटल्स के इन कमरों की कीमत लगभग $1 यानी 72 रूपये होगी. इसके अलावा, होटल के कुछ कमरे केवल एक डॉलर प्रति रात के हिसाब से उपलब्ध कराए जाएंगे.
आमतौर पर ये कमरे 1000 से 3000 baht प्रति रात या लगभग 2328 रुपये से 6984 रुपये के बीच दिए जाते हैं. सूत्रों के अनुसार, यदि कैंपेन सफल साबित होता है, तो इसे कोह समुई और बैंकॉक जैसे अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में भी लागू किया जा सकेगा.
थाईलैंड के पर्यटन प्राधिकरण के गवर्नर युथासाक सुपासोर्न ने एक प्रेस रिलीज के दौरान कहा कि, फुकेट चरणबद्ध तरीके से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को अपने देश में आने की अनुमति देने जा रहा है. 1 जुलाई से उन स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को अनुमति दी जाएगी जो वैक्सीन लगवा चुके हैं. उन्होंने ये भी कहा कि नियमों का सख्त पालन करते हुए ही लोगों को आने की अनुमति होगी.
🇹🇭 PRESS RELEASE: The Tourism Authority of Thailand officially marked the countdown to the ‘Phuket Reopening’ day on 1 July voicing their commitment to safely reopen Phuket to local and international visitors https://t.co/mXhrwZWtdw #TravelNews #PhuketReopening #Phuket #Thailand pic.twitter.com/8fy2g6twfJ
— TAT Newsroom (@Tatnews_Org) June 2, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीसीटी के अध्यक्ष चमन श्रीसावत ने कहा कि थाईलैंड पिछले 15 महीनों से कोरोना महामारी के कारण आर्थिक समस्या से जूझ रहा है. लाखों की संख्या में लोग अपनी नौकरी खो चुके हैं. ऐसे में केवल सामूहिक पर्यटन ही उन्हें बचा सकता है.
कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए फुकेट का सबसे पहला लक्ष्य अपने द्वीप की 70 प्रतिशत जनता का वैक्सीनेशन कराना है. इसके बाद ही अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को देश में आने की अनुमति दी जाएगी.