गोवा में पर्यटन एक फलता-फूलता उद्योग है. गोवा के लम्बे रेतीले तट, तटीय वनस्पतियों व नारियल के पौधों से भरे समुद्री किनारे पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
गोवा भारतीय के पश्चिमी तट पर स्थित है. गोवा उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व व दक्षिण में कर्नाटक और पश्चिम में अरब सागर से घिरा है. गोवा की राजधानी पणजी है.
गोवा का क्षेत्रफल 3,702 वर्ग किलोमीटर है. गोवा द्वीप से भरा शहर है, जो मुंबई से 400 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण में मुख्यभूमि में स्थित है.
गोवा क्षेत्रफल में भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है. पूरी दुनिया में गोवा अपने ख़ूबसूरत समुद्र के तटों और मशहूर स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है.
गोवा में 105 किलोमीटर समुद्री तट वाले रेतीले भाग, मुहाने व अंतरीप हैं. गोवा की आबादी में हिन्दुओं व ईसाईयों की संख्या सर्वाधिक है. एक समय प्रशासन व जनजीवन की भाषा पुर्तग़ाली थी.
गोवा की करीब 90 प्रतिशत आबादी मत्स्य उद्योग में लगी है. यहां करीब एक लाख लोग इस उद्योग में लगे हैं. मनोहारी सागर तट पर बसा गोवा प्रांत अपनी प्राकृतिक सुंदरता व अनूठी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है.
आज़ादी से पहले यह प्रांत पुर्तगाली और फ्रांसीसियों का उपनिवेश रह चुका है. इस वजह से आज भी यहां के रहन-सहन, भाषा व खानपान पर पश्चिमी संस्कृति का पूरा प्रभाव दिखाई देता है.
गोवा में समुद्री भोजन लोकप्रिय है. गोवा का प्रधान भोजन चावल, मछली, करी है. गोवा में नारियल और नारियल तेल, मिर्च, मसाले, खाद्य सिरका के साथ भोजन पकाने में इस्तेमाल किये जाते हैं.
सड़क मार्ग
राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 224 किलोमीटर तथा प्रांतीय राजमार्गों की लंबाई 232 किलोमीटर है.
रेल व हवाई मार्ग
गोवा कोंकण रेलवे के से मुंबई, मैंगलोर और तिरुवनंतपुरम से जुड़ा है. इस रेलमार्ग पर अनेक तेज रेलगाडियां शुरू की गई हैं. वास्को दक्षिण मध्य रेलवे के बंगलौर और बेलगांव स्टेशनों से जुड़ा है. डबोलिम हवाई अड्डे से मुंबई, दिल्ली, तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, चेन्नई, अगाती और बंगलौर के लिए नियमित विमान सेवाएं उपलब्ध हैं.