मोक्षधाम कहे जाने वाले बद्रीनाथ में जमकर बर्फबारी हुई है. भगवान भोलेनाथ के कपाट बंद होने के कारण फिलहाल बद्रीनाथ सुनसान है. हालांकि 10 फीट मोटी बर्फ की चादर ने इस जगह की दिव्यता और बढ़ा दी है. देखिए बद्रीनाथ की बेहद खास तस्वीरें.
बद्रीनाथ में तीन दशक बाद इतनी भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है. इससे पहले 1984 में मोक्षधाम में इतनी बर्फ गिरी थी.
इस समय बद्रीनाथ बिना अनुमति कोई भी नहीं रह सकता है और न ही जा सकता है. कुछ महात्मा यहां 12 महीने तप करते है और कुछ स्थानीय लोग यहां शासन की अनुमति के बाद आते जाते हैं.
बद्रीनाथ के आस पास के घर तक नहीं दिखाई दे रहे हैं बर्फ की चादर इतनी मोटी है कि बद्रीनाथ कि पास ही के बामणी गांव और भारत का अंतिम गांव माणा भी पूरी तरह से बर्फ में दब चुके हैं.
एक माह बाद बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे तो देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए बद्रीनाथ में बर्फ भी आकर्षण का केंद्र रहेगा.
हर साल यात्री ग्लेशियरों पर रुक रुक कर फोटो और वीडियो बनाते हैं. इस बार बद्रीनाथ में इतनी ज्यादा बर्फ देख यात्री उत्साहित तो होंगे लेकिन ठंड का उपाय करके ही जाएं.
भगवान भोलेनाथ के धाम की दिव्यता बर्फबारी ने और बढ़ा दी है. मंदिर के चारों तरफ सफेद बर्फ बिछी हुई है और बीच में बाबा का मंदिर दैवीय सौंदर्य के साथ खड़ा है.
पिछले साल कहा गया था की अगली यात्रा से पहले लामबगड़ के इलाके को अच्छा और सुगम बना दिया जायेगा पर यह आज भी जस की तस है.
इस बार ज्यादा बर्फबारी होने के चलते बद्रीनाथ तक जाने वाली बिजली की लाइन
भी हनुमान चटी से बद्रीनाथ तक पूरी तरह से टूटी हुई है जिसका कार्य अभी शुरू नहीं किया जा सका है.
एक माह बाद बद्रीनाथ के कपाट खुलने वाला है लेकिन रडांग बेंड से बद्रीनाथ तक मार्ग पर बर्फ की 5 से 8 और कही कही 15 फीट बर्फ तक सड़कों पर है और अभी तक रस्ते खोलने का कार्य भी शुरू भी नहीं किया गया है.