वैसे तो महाराष्ट्र की सैर करने के लिए आपको कई ट्रेनें मिल जाएंगी लेकिन डेक्कन ओडिसी की बात कुछ अलग है. ये ट्रेन महाराष्ट्र में पर्यटन के लिहाज से महत्त्वपूर्ण सभी क्षेत्र कवर करती है. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से चलकर ये ट्रेन रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, गोवा, बेलगाम, कोल्हापुर, पुणे, नासिक, औरंगाबाद, अजंता-एलोरा और फिर वापस मुंबई लौटती है.
डेक्कन ओडिसी दरअसल एक सुपर डीलक्स लग्जरी ट्रेन है जिसे महाराष्ट्र टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड भारत सरकार के रेल मंत्रालय के साथ मिलकर चलाता है. सुख-सुविधाओं के मामले में इस ट्रेन का देश में वही स्थान है जो कि साउथ अफ्रीका में ब्लू ट्रेन और यूरोप में ओरिएंट एक्सप्रेस का है. इस ट्रेन का शानदार इंटीरियर, स्वादिष्ट भोजन और इसकी बेहतरीन साइट्स आपके सफर को यादगार बना देगी. 21 कोचों वाली इस ट्रेन में 12 यात्री कोच हैं. यहां आपको स्पा और बार तक का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा. इसके अलावा ट्रेन में टीवी, केबल कनेक्शन, सेल फोन, चैनल म्यूजिक और फॉरेन एक्चेंज जैसी कई सहूलियतें भी मिलेंगी.
देखिए डेक्कन ओडिसी में सफर करने में क्या खर्च आएगा
सात दिनों में महाराष्ट्र दर्शन करने वाली इस ट्रेन का सफर सप्ताह में बुधवार के दिन मुंबई से शुरू होता है. सफर के दूसरे दिन ये ट्रेन सिंधुदुर्ग नगरी पहुंचती है. यहां आपको सिंधुदुर्ग का प्रसिद्ध किला, तरकार्ल बीच, धमपुर गांव देखने का मौका मिलेगा. तीसरे दिन यह ट्रेन गोवा पहुंचेगी. यहां आप सेंट ऑगस्टिन चर्च जैसे तमाम मशहूर चर्च और अन्य म्यूजियम देख सकते हैं. चौथे दिन ट्रेन आपको गोवा (वास्को) की सैर कराएगी. यहां आप प्रसिद्ध हिंदू मंदिर मंगेशी, साफा मस्जिद, सहकारी स्पाइस फार्म और चंदोर गांव में स्थित मेनेजेज़ ब्रिगेंजा हाउस का मजा सकते हैं. इसके बाद ट्रेन का सफर आपके लिए और भी रोमांच भरा होता जाएगा. यात्रा के पांचवें दिन ट्रेन कोल्हापुर पहुंचेगी और यहां आप दर्शन करेंगे प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर के. इसके अलावा यहां आपको न्यू पैलेस, म्यूजियम निहारने का मौका भी मिलेगा.
यात्रा के छठे और सातवें दिन आपकी आंखों को वो अनुभव प्राप्त होगा, जिसे आप ताउम्र नहीं भूलेंगे. छठे दिन आपको औरंगाबाद-दौलताबाद में एलौरा की गुफाएं व बिबी का मकबरा देखने का मौका मिलेगा. सातवें दिन विश्व प्रसिद्ध अंजता की गुफाओं में जाने का अवसर मिलेगा. इस दिन आप नासिक भी घूमेंगे. महाराष्ट्र के इन सभी बेहतरीन स्थानों के दर्शन कराने के बाद ये ट्रेन आठवें दिन वापस मुंबई लौट आती है.