भारत-चीन युद्ध के बाद से बंद पड़े धार्मिक स्थल देवताल की यात्रा पर 18 सदस्यीय दल पहुंचा. दल के लोगों ने इस स्थल पर पहुंचकर पूजा अर्चना की.
देवताल माणा, साल 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के बाद से बंद हैं यहां किसी को जाने की अनुमति नहीं मिलती है. लेकिन इस 18 सदस्यीय दल को बद्रीनाथ से देवताल जाने की विशेष अनुमति मिली थी.
देवताल के बारे में कहा जाता है कि यहां भगवान कृष्ण दो बार गए थे. लोग इस रास्ते को खोले जाने की मांग कर रहे हैं. इस यात्रा में बीजेपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह गाववासी भी शामिल हुए.
यात्रा में शामिल हुए अन्य सदस्यों का कहना था कि इस रास्ते को खोल देने से उत्तराखंड के पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलेगा.