इंदौर मध्य प्रदेश का अहम शहर है. आर्थिक दृष्टि से यह मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी है. इस शहर में कई महल और दो बड़े विश्वविद्यालय हैं. वास्तव मे इंदौर शहर का संस्थापक जमींदार परिवार है जो आज भी बड़ा रावला जूनी इंदौर में रहता है. इस शहर की नींव 17वीं शताब्दी में पड़ी थी और इसे राव नंदलाल चौधरी ने बसाया था.
इंद्र देवता के नाम पर इसका नाम इंद्रापुर रखा गया और बाद में यह इंदौर हो गया. शहर अपनी भव्य इमारतों के लिए भी जाना जाता है. यहां बहुत खास है होल्कर महल, यहां महत्वपूर्ण लोगों के मकबरे हैं. यहां देवी अहिल्याबाई होल्कर का एक छोटा मंदिर भी है. आप इंदौर जा रहे हैं और अगर कांच महल को छोड़ेंगे तो आपका टूर अधूरा ही रह जाएगा.
यह एक जैन मंदिर है जो कि पूरी तरह से कांच से तैयार किया गया है. इसके अलावा इंदौर म्यूजियम भी देखने लायक है.
दर्शनीय स्थल
राजबाड़ा, शिवविलास पैलेस, लालबाग, मल्हार आश्रम, मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति, गोपाल मंदिर, महालक्ष्मी मंदिर, बांकेबिहारी मंदिर, जनरल लाइब्रेरी, आड़ा बाजार, बिजासन माता मन्दिर, अन्नपूर्णा देवी मन्दिर, यशवंत निवास, जमींदार बाडा, हरसिद्धी मंदिर, पंढ़रीनाथ, टाउन हॉल, शिवाजी राव स्कूल, अहिल्याश्रम, एसपी ऑफिस, छत्रीबाग, ओल्ड मेडिकल कॉलेज, आर्ट स्कूल, होलकर कॉलेज, देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी, एमवाय अस्पताल, माणिक बाग, सुखनिवास, फूटीकोठी, दुर्गादेवी मंदिर, इमामबाडा, गणेश मंडल, बक्षीबाग, खजराना मंदिर, आदि इन्दौर के प्रमुख धरोहरें हैं.
प्रमुख धार्मिक स्थलः
-अन्नपूर्णा मंदिर
-खजराना का गणेश मंदिर
-हरसिद्धि मंदिर
-देवगुराडिया
-बिजासन माता मंदिर, एरोड्रम रोड
-गेंदेश्वर महादेव मंदिर, परदेशीपुरा
- गोपेश्वर महादेव मंदिर, गान्धी हॉल परिसर
- जबरेश्वर महादेव मंदिर, राजबाडा
- गोपाल मंदिर, राजबाडा
- शनि मंदिर, जूनी इंदौर
कैसे पहुंचेः
इंदौर का हवाई-अड्डा इसे भारत के प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग से जोड़ता है. रेल यातायात की दृष्टि से इंदौर मुख्य रेल मार्ग पर स्थित नहीं है. लेकिन यहां से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, पटना, देहरादून तथा जम्मू के लिए सीधी गाडियां उपलब्ध हैं. इंदौर से भोपाल और खण्डवा के लिए बहुत अच्छी बस सेवा उपलब्ध है.