एक्सरसाइज फिजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद है. इस बारे में हर कोई जानता है. पुरुष अधिकतर वेट ट्रेनिंग पर फोकस रखते हैं और वहीं महिलाएं अधिकतर कार्डियो, योगा और जुंबा जैसी एरोबिक एक्टिविटीज पर अधिक फोकस रखती हैं. लेकिन रिसर्च से पता चलता है कि महिलाओं के लिए भी वेट ट्रेनिंग काफी फायदेमंद है.
महिलाएं अगर वेट ट्रेनिंग करती हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें बॉडी बिल्डर्स की तरह हैवी लिफ्टिंग करनी है. बल्कि उन्हें शुरुआत में लाइट वेट के साथ ट्रेनिंग शुरू करनी है और फिर बाद में मॉडरेट वेट से लिफ्टिंग करनी है.
महिलाएं वेट ट्रेनिंग के लिए जिम जा सकती हैं या फिर घर पर भी वर्कआउट कर सकती हैं. ट्रेनिंग में महिलाएं डंबल, केटलबेल, बार्बेल, प्लेट्स आदि का यूज कर सकती हैं. साथ ही साथ वे रेजिस्टेंस बैंड का भी यूज कर सकती हैं.
अगर महिलाएं हफ्ते में 4-5 दिन वेट ट्रेनिंग करती हैं तो उन्हें काफी फायदा हो सकता है. तो आइए उन फायदों के बारे में भी जान लीजिए.
वेट ट्रेनिंग क्या है?
वेट ट्रेनिंग उन एक्सरसाइज को कहते हैं जो आपके मसल्स के प्रतिरोध बल के विरुद्ध काम करती है. मशीन, फ्री वेट, रेजिस्टेंस बैंड से वेट ट्रेनिंग की जाती है. इसे घर पर भी कर सकते हैं.
अब आइए महिलाओं में वेट ट्रेनिंग के फायदे भी जान लेते हैं.
पुरानी बीमारियों को कम करे
वेट ट्रेनिंग कई तरीकों से हार्ट हेल्थ में भी सुधार करता है. यह कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, ब्लड प्रेशर को कम करता है और डायबिटीज के जोखिम को भी कम करता है.
वेट लॉस करे
जो महिलाएं वजन कम करना चाहती हैं, वे अगर वेट ट्रेनिंग करती हैं तो शरीर की चर्बी तेजी से गलती है. इसका कारण है कि वर्कआउट से मसल्स ब्रेक होते हैं और उसके बाद उन्हें रिपेयर होने में 48 घंटे तक का समय लगता है. शरीर मसल्स रिपेयर करने में भी कैलोरी बर्न करती है. यानी कह सकते हैं कि एक बार वेट ट्रेनिंग से 48 घंटे तक कैलोरी बर्न होगी.
हार्मोन नियंत्रित करे
वजन उठाने के और भी कई फायदे हैं. जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स साइंस एंड फिजिकल फिटनेस में 2013 की एक स्टडी में पाया गया था कि प्री-मेनोपॉजल महिलाओं के लिए हड्डियों का घनत्व बनाने के लिए वेट ट्रेनिंग काफी फायदेमंद थी.
इसके वेट ट्रेनिंग आपके हार्मोन को अधिक अच्छे से नियंत्रित करता है जिससे आपकी नींद बेहतर होती है, कॉन्फिडेंस बढ़ता है और मूड में सुधार होता है.
मसल्स को मजबूत करे
उम्र के साथ-साथ शरीर में मसल्स मास भी कम होने लगता है. वेट ट्रेनिंग से मसल्स गेन तो होता है. इससे आपके हड्डियों के जोड़ मजबूत होते हैं क्योंकि मसल्स उन्हें सपोर्ट करता है. इसके अलावा अगर सही तरीके से वेट ट्रेनिंग की जाए तो यह चोट के जोखिम को भी कम करता है.