'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के मेसेज के साथ अहमदाबाद से 4 महिलाएं बाइक पर 10 देशों के प्रवास पर निकली हैं. इस मिशन को खास नाम दिया गया है All Women On MiSsion.
बाइक पर सवार इन महिलाओं को देख कोई पहली नजर में यकीन नहीं कर सकता कि ये 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के मेसेज के साथ अहमदाबाद से 10 देशों की यात्रा के लिए निकल रही हैं.
दिलचस्प बात ये है कि ये खुद भी मां हैं और इनके घर भी बेटियां है. ऐसे में ये दुनिया को यह संदेश देने के लिए निकल रही हैं कि बेटी समाज का अहम हिस्सा है और उसी से ही दुनिया है.
बाइक को दिया नया लुक
इस यात्रा को पूरा करने के लिए ये सभी बाइक पर निकल रही हैं. यही नहीं, अपनी बाइक्स को उन्होंने खास तरीके से मोडिफाई भी करवाया है ताकि अपनी 40 दिन की यात्रा के दौरान का जरूरत का हर सामान वे अपने साथ ले जा सकें. अहमदाबाद के बाइकर ग्रुप 'बाइकिंग क्वीन्स' की संस्थापक डॉ. सारिका मेहता ने बताया कि इस यात्रा के लिए उन्होंने बाइक के डिजाइन में कुछ खास बदलाव करवाए हैं. ऐसा यात्रा के लिए जरूरी सामान साथ ले जाने के इरादे से किया गया है.
मिशन का एक खास नाम
'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के मेसेज के साथ निकलने वाली इन महिलाओं ने अपने इस मिशन को एक खास नाम दिया है - 'ऑल विमन ऑन मिशन'.
रास्ते में किसी भी तरह कि कोई दिक्कत न आए, इसके लिए इन महिलाओं ने तैयारी की है और 40 दिन के अपने प्रवास में रात को रुकने और खाने-पीने तक का इंतजाम करके निकल रही हैं.
इस मिशन पर निकल रहीं बाइक राइडर ख्याति देसाई ने बताया कि हमने रास्ते में आने वाली दिक्कतों का अंदाजा लगाया है और उसी हिसाब से तैयारी और पैकिंग की है. यहां तक कि रास्ते में कहीं बाइक पंक्चर होती है तो इसके बारे में भी हम पहले ही तैयारी करके निकल रहे हैं.
ये है इनका ट्रैवल रूट
4 जून को ये महिलाएं गुजरात के सूरत से अपनी यात्रा पर निकलेंगी. वहां से फिर वे नेपाल, भूटान, म्यांमार, थाइलैंड, लाउ, कंबोडिया और वियतनाम होती हुई मलेशिया से सिंगापुर पहुंचेंगी.