गर्भवती होने के साथ ही एक औरत का जीवन जहां नई उम्मीदों से भर जाता है वहीं आने वाले दिनों की चिंता भी सताने लगती है. ये चिंता खुद से ज्यादा गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए होती है.
इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि गर्भावस्था वो समय है जब एक महिला को सबसे ज्यादा देखभाल और परहेज की जरूरत होती है. ये सच है कि गर्भावस्था में महिला जो कुछ खाती है और जिस तरह से रहती है उसका सीधा असर उसके होने वाले बच्चे पर पड़ता है.
पहले बच्चे के जन्म के समय तो वैसे भी महिलाएं काफी कंफ्यूज रहती हैं. वो ये तय करने में ही उलझी रह जाती हैं कि क्या सही होगा और क्या गलत.
हालांकि प्रेग्नेंसी से जुड़ी कई किताबें बाजार में मौजूद हैं और घर की बुजुर्ग महिलाएं भी सलाह देने के लिए होती हैं लेकिन ये बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि सबकी प्रेग्नेंसी अलग होती है. हो सकता है कि दो महिलाओं के लक्षण आपस में मेल खाते हों लेकिन दोनों के हालात एक हों, जरूरी नहीं.
अगर आप चाहती हैं कि आपकी प्रेग्नेंसी खुशहाल और सुरक्षित हो तो आप इन उपायों को अपना सकती हैं:
1. फोलिक एसिड की पर्याप्त मात्रा लेना बहुत जरूरी है. हरी पत्तियों में पाया जाने वाला फोलिक एसिड बच्चे के जन्म से जुड़ी कई परेशानियों से बचाने का काम करता है.
2. गर्भावस्था में फल खाना बहुत जरूरी है लेकिन कोई भी फल खाने से पहले ये सुनिश्चित कर लें कि फल अच्छी तरह से धुले हुए हों. वरना संक्रमण का खतरा हो सकता है.
3. गर्भावस्था के समय अंडा, चिकन या मछली खाना बहुत फायदेमंद होता है. पर इनका अच्छी तरह पका होना बेहद जरूरी है.
4. जितना ज्यादा हो सके प्रोटीन खाएं. प्रोटीन बच्चे के विकास में महत्वपूर्ण है. आप चाहें तो दालें, बीजें और दूध को अपनी डाइट का हिस्सा बनाकर पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन प्राप्त कर सकती हैं.
5. एक ओर जहां आपको अपने खाने-पीने का पूरा ख्याल रखने की जरूरत है वहीं ये भी जरूरी है कि आप इस दौरान लगने वाला एक भी वैक्सीनेशन भूलें नहीं. अगर आप कुछ दिन लेट भी हो जाती हैं तो डॉक्टर से परामर्श लेकर उसे तुरंत लगवा लें.
6. गर्भावस्था के दौरान जंक फूड खाने से परहेज करना ही बेहतर होगा. इसमें उच्च मात्रा में फैट होता है, जिसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा हो सकता है.
7. गर्भावस्था के दौरान संपूर्ण आहार लेना बहुत जरूरी है. शरीर को सभी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मिलने से ही बच्चे का भी सही विकास होगा.