कई बार ऐसा होता है कि महिलाओं को जननांग में संक्रमण की शिकायत हो जाती है. संक्रमण के बहुत से कारण हो सकते हैं लेकिन ये इतना सामान्य है कि इसे खतरे के तौर पर नहीं देखा जाता.
गंदे शौचालय, कपड़े या सफाई से नहीं रहने के कारण संक्रमण की शिकायत हो जाती है. महिलाएं आमतौर पर घरेलू उपाय करके या फिर स्त्री रोग विशेषज्ञ से संक्रमण की दवा लेकर इस परेशानी से राहत पा लेती हैं लेकिन क्या आप जानती हैं कि ये संक्रमण बांझपन का कारण हो सकता है?
विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि वजाइना में इंफेक्शन होना बहुत सामान्य बात है लेकिन अगर ये संक्रमण सामान्य नहीं है तो ये प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है और बांझपन का कारण हो सकता है. बैक्टीरियल वैजिनोसिस (बीवी) संक्रमण की एक सामान्य स्थिति है, जोकि बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ने पर हो जाती है.
वैज्ञानिकों ने इस नतीजे पर पहुंचने के लिए करीब 130 महिलाओं पर शोध किया. उन्होंने इन महिलाओं के बैक्टीरिया के स्तर की जांच की. शोध के दौरान जिन महिलाओं पर परीक्षण किए गए वे सभी आईवीएफ करवा रही थीं.
उनमें से केवल नौ फीसदी महिलाएं ही गर्भ धारण कर पायीं. खतरे की बात ये है कि इस संक्रमण का कोई खास लक्षण नहीं होता लेकिन इस संक्रमण के चलते महिला के गर्भ धारण करने की संभावना काफी कम हो जाती है. इस संक्रमण के चलते महिला के जननांग का बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है.
बैक्टीरियल वैजिनोसिस से पीड़ित महिलाओं में गर्भपात का खतरा छह गुना अधिक होता है. गर्भपात के साथ ही ऐसी महिलाएं प्रीमैच्योर बच्चे को जन्म देंगी, इस बात का खतरा भी दोगुना बढ़ जाता है. पर इस अध्ययन ने खतरे को और बढ़ा दिया है जिसमें कहा गया है कि ये संक्रमण बांझपन का कारण भी हो सकता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क के वैज्ञानिकों का कहना है कि गर्भ धारण करने से पूर्व महिलाओं को इस संक्रमण की जरूरी जांच करा लेनी चाहिए.