एक सामान्य-सा ब्लड टेस्ट बच्चे में होने वाली फूड एलर्जी के बारे में आपको बता सकता है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि गर्भनाल में मौजूद खून का परीक्षण करके यह जाना जा सकता है कि बच्चे को दूध से एलर्जी है या फिर अंडे से, गेंहू से, मूंगफली से, मछली से या फिर किसी दूसरी चीज से.
इस ब्लड टेस्ट को करके बच्चे को भविष्य में होने वाली फूड एलर्जी से सुरक्षित रखा जा सकता है. कई बार यह एलर्जी बहुत खतरनाक भी साबित हो जाती हैं. ऐसे में इस ब्लड टेस्ट से एलर्जी से होने वाले खतरे से बचा जा सकता है.
फूड एलर्जी उस वक्त होती है जब हमारा इम्यून सिस्टम गलती से प्रोटीन को शरीर के लिए खतरनाक मान बैठता है. ऐसी स्थिति में कई प्रकार के रसायन शरीर में बनते हैं जिससे संक्रमण की स्थिति पैदा हो जाती है.
ऑस्ट्रेलिया स्थित मेलबर्न के वाल्टर एंड एलिजा हॉल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत लेन हैरिसन का कहना है कि गर्भनाल में मौजूद खून के परीक्षण से ये जाना जा सकता है कि आगे चलकर बच्चे को किस चीज से एलर्जी हो सकती है.
प्रोफेसर लेन के अनुसार, शोध में पता चला है कि बच्चों में जन्म के समय अति सक्रिय इम्यून कोशिकाओं और आगे चलकर उन्हें होने वाली फूड एलर्जी के बीच गहरा संबंध होता है. ये अध्ययन ट्रांसलेशन मेडिसिन में प्रकाशित किया गया है.