'ग्लोबल थिंकर्स' की सूची में सुषमा स्वराज, जानें क्यों हैं खास...
Women Empowerment की मिसाल भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक बार फिर देश का नाम गौरांवित कर दिया है. उनका नाम टॉप 'ग्लोबल थिंकर्स' की सूची में शामिल किया गया है.
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External Affairs Minister Sushma Swaraj
- नई दिल्ली,
- 14 दिसंबर 2016,
- (अपडेटेड 15 दिसंबर 2016, 2:40 PM IST)
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम फॉरेन पॉलिसी मैगजीन की टॉप 'ग्लोबल थिंकर्स' की सूची में शामिल किया गया है. इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी और कहा कि हमें सुषमा स्वराज पर गर्व है. ट्विटर पर सुषमा स्वराज की नई डिप्लोमेसी स्टाइल को लोग खासा पसंद करते हैं. उनके बारे में कई ऐसी दिलचस्प बातें हैं. जानें उनके बारे में ऐसी पांच बातें जो सुषमा स्वराज को बनाती हैं सबसे खास...
फॉरेन पॉलिसी' मैगजीन ने सुषमा स्वराज को 'ग्लोबल थिंकर्स' में दी जगह, पीएम मोदी ने दी बधाई
- सुषमा स्वराज ने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की है. यहां तक कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस भी की है. वो लगातार तीन साल तक स्टेट लेवल Hindi Speaker Competition में विजेता रहीं.
- पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान साल 1970 में ही उन्होंने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत कर दी थी. वो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ गईं थी. उनके पिता हरदेव शर्मा भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) के सदस्य थे.
- आपको यह जान कर हैरानी होगी कि कॉलेज में पढ़ाई के दौरान साल 1974 में अरुण जेटली जब DU में प्रेसिडेंट पद के लिए खड़े हुए, तब उनके लिए सुषमा स्वराज ने campaigning की थी.
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- 25 साल की उम्र में सुषमा देश की सबसे युवा मिनिस्टर बन गई थीं. साल 1977 में वो हरियाणा की एजुकेशन मिनिस्टर बनी थीं.
- सुषमा स्वराज देश की पहली ऐसी महिला हैं, जिसे किसी पॉलिटिकल पार्टी का स्पोक्स पर्सन बनाया गया. उन्हें सात बार मेम्बर ऑफ पार्लियामेंट भी चुना गया. आप संभवत: न जानते हों कि सुषमा स्वराज दिल्ली की पहली महिला मुख्य मंत्री हैं. साल 1998 में कैबिनेट का पद छोड़ सुषमा दिल्ली की मुख्य मंत्री बनी थीं.