भारत में गोरा होने की क्रीम यानी फेयरनेस क्रीम का बाजार काफी बड़ा है और लोगों के बीच इस तरह की क्रीम काफी प्रचलित हैं. बहुत से लोग अपने दैनिक जीवन में गोरा होने की क्रीम का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन फेयरनेस क्रीम से जुड़े दो गंभीर मामले सामने आए हैं जो इस तरह की क्रीम के इस्तेमाल पर सवाल उठा रहे हैं.
महाराष्ट्र के रायगड के दो लोगों को फेयरनेस क्रीम के इस्तेमाल से किडनी की बीमारी हो गई है. 24 साल की नमिता शिंदे (बदला हुआ नाम) पिछले 8 महीनों से एक फेयरनेस क्रीम चेहरे पर लगा रही थीं. उन्हें एक स्थानीय डॉक्टर ने क्रीम के बारे में बताया था.
इसी तरह 56 साल के रमेश मोरे (बदला हुआ नाम) भी पिछले 3-4 महीनों से फेयरनेस क्रीम लगा रहे थे. उनके नाई ने उन्हें गोरा होने के लिए क्रीम लगाने को कहा था.
क्रीम लगाने से फूल गया शरीर
दोनों ही क्रीम के लेबल पर लिखा था कि उसमें नैचुरल इंग्रेडिएंट्स मिले हुए हैं. क्रीम लगाने के बाद मरीजों के शरीर में सूजन होने लगा जिसके बाद वो नवी मुंबई के मेडिकोवर हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुंचे.
हॉस्पिटल में किडनी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अमित लंगोटे ने कहा, 'हमने देखा कि दोनों मरीजों के शरीर में सूजन आ गई है और उनके यूरिन में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा है. हमने पाया कि उनकी किडनी में खराबी है और NELL-1 एंटीजन भी पाया गया. किडनी में चेहरे के रंग को हल्का करने वाले जहरीले और हेवी मेटल्स भी पाए गए.'
डॉक्टर ने आगे बताया, 'इसके बाद हमने तुरंत पुरुष मरीज के कैंसर की जांच की. हमने देखा कि मरीज के खून में मरकरी की मात्रा ज्यादा है. हमने उसका इलाज शुरू किया जिसके बाद उसके यूरीन में प्रोटीन की मात्रा कम होनी शुरू हुई और उसकी किडनी ने ठीक ढंग से काम करना शुरू किया.'
डॉ. लंगोटे ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए बताया कि महिला मरीज का इलाज भी वही कर रहे हैं. उन्होंने बताया, 'महिला मरीज का भी NELL-1 एंटीजन टेस्ट किया गया और वो पॉजिटिव निकला. महिला ने बताया कि वो स्थानीय डॉक्टर के कहने पर एक विदेशी फेयरनेस क्रीम लगा रही है जिससे उसके खून में मर्करी की स्तर बढ़ गया. महिला का भी इलाज जारी है.'
फेयरनेस क्रीम को लेकर डॉक्टर ने चेताया
डॉक्टर का कहना है कि बहुत से लोग बिना FDA (Food And Drug Administration) द्वारा अप्रूव की गई क्रीम का इस्तेमाल करते हैं और उसका खामियाजा भुगतते हैं. इन क्रीम्स में अधिक मात्रा में मरकरी होता है जो त्वचा के मेलानोसाइटिस को दबा देता है और गहरे रंग को हल्का कर देता है. घर पर क्रीम बनाने वाले लोग मरकरी के नुकसान से बेफिक्र अपनी क्रीम में भरपूर मात्रा में मरकरी का इस्तेमाल करते हैं.
मरकरी से बने फेयरनेस क्रीम के इस्तेमाल से किडनी और संपूर्ण सेहत पर बुरा असर होता है. डॉक्टर सलाह देते हैं कि लोगों को FDA की तरफ से अप्रूव की गई क्रीम का ही इस्तेमाल करना चाहिए ताकि सेहत पर कोई बुरा असर न हो.
अगर कोई फेयरनेस क्रीम लगाना चाहते हैं तो उसे किसी अच्छे डॉक्टर से मिलकर इस पर पहले सलाह लेनी चाहिए. डॉक्टर से फेयरनेस क्रीम के साइड इफेक्ट्स के बारे में भी पूछना चाहिए.