चक्रवाती तूफान 'फानी' सुबह करीब 9 बजे ओडिशा के तटों से टकरा गया है. इस दौरान हवा की रफ्तार 180 से 245 किमी. प्रति घंटा के बीच बताई जा रही है. तूफान को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए गए हैं. मौसम विभाग, एनडीआरएफ समेत सभी राहत और बचाव एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं.
तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को उनके घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई है. लोगों के लिए जगह-जगह राहत बचाव केंद्र बनाए गए हैं. ऐसे में प्रशासन ने लोगों को समुद्र तट के नजदीक नहीं जाने की सलाह दी है.
इस खतरे को देखते हुए अब तक करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. इतना ही नहीं, प्रशासन द्वारा लोगों को सावधान रहने की भी सलाह दी गई है. ऐसे में आइए जानते हैं महिलाएं भी अपने घरों में ऐसी कौन सी सावधानियां बरत कर इस खतरे से होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम कर सकती हैं.
चक्रवाती तूफान 'फानी' से निपटने के लिए अपनाएं ये सावधानियां-
-प्रशासन के अलर्ट जारी करते ही तुरंत अपना घर खाली कर दें. ऐसे कठिन समय में अपने कीमती समान की चिंता करना छोड़ दें.
-इस समय अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें और न ही खुद अफवाह फैलाने का काम करें.
-अलर्ट जारी होते ही मोबाइल, रेडियो, टीवी, अखबार से मिली विश्वसनीय सूचना पर ही विश्वास करें.
-महिलाएं कोशिश करें कि खाने-पीने का सामान पहले ही अपने पास सुरक्षित रख लें. यदि संभव हो तो सूखा खाने की भी व्यवस्था अपने पास रखें.
-ऐसे समय में घर की बिजली बंद कर दें. घर से निकलने की स्थिति में अपने साथ जरूरी दवाएं रखना बिल्कुल न भूलें. रोशनी के लिए टॉर्च भी पास में रख लें.
-साइक्लोन एलर्ट का मतलब है कि आपको अगले 24 घंटे तक सतर्क रहना है. ऐसे में मौसम से जुड़ी चेतावनियों को जानने के लिए रेडियो सुनते रहें.
-अगर आपको घर खाली करना है, तो बाढ़ के नुकसान से बचाने के लिए अपने कीमती सामान को ऊपरी मंजिल पर रख दें.
-इस समय इस बात का ध्यान रखें कि घर के खिड़की-दरवाजे सिर्फ हवा के विपरीत दिशा में ही खोले जा सकते हो.
-महिलाएं इस समय किसी भी अनहोनी से बचने के लिए इस बात का खास ख्याल रखें कि इस समय घर की बिजली का मेन स्विच बंद कर दें.
-सबसे महत्वपूर्ण बात, महिलाएं अक्सर ऐसे समय में जल्दी परेशान हो जाती हैं. ध्यान दें, ऐसे समय में शांत रहें, घबराहट से सिर्फ कन्फ्यूजन पैदा होती है. इस बात का ध्यान रखें कि घायल लोगों को फौरन मेडिकल मदद मिल जाए.