अफगानिस्तान में निलोफर रहमानी नाम की महिला 'फिक्सड विंग एयर फोर्स एविएटर' पायलट हैं. ये अफगानिस्तान की पहली महिला मिलिट्री पायलट हैं.
अफगानिस्तान में अपने हुनर और खूबसूरती से ये महिला चर्चा में है. निलोफर ने महिलाओं के लिए सख्त माने जाने वाले देश में लीक से हटकर काम किया है. यही वजह है कि इसे लेकर अब हर ओर चर्चा हो रही है. निलोफर ने कहा, 'बचपन में मैंने एक चिड़िया को आसमान में उड़ते देखा था. तभी मैंने सोचा था कि बड़ी होकर प्लेन उड़ाऊंगी.' यूं तो अफगानिस्तान में बहुत सी लड़कियां सपने देखती हैं, लेकिन परेशानियों और धमकियों के चलते ये सपने पूरे नहीं हो पाते हैं.
निलोफर काबुल में बड़ी हुई है और साल 2010 में एयरफोर्स की ट्रेनिंग के लिए चुनी गई. उसने इस बात को अपने रिश्तेदारों से छुपाकर रखी, क्योंकि यहां सबको लगता है कि महिलाओं को घर में ही रहना चाहिए. दो साल बाद अफगानिस्तान के इतिहास की पहली 'फिक्सड विंग एयर फोर्स एविएटर' बनी.
निलोफर 12 अप्रैल को काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के दौरान मीडिया की सुर्खियों में आई, जिसके बात तो इनके बारे में जानने के लिए विश्व के कई देशों का मीडिया उत्सुक हो रहा है. साल 1992 में जन्मी निलोफर 18 साल की उम्र में ही अफगान एयरफोर्स में शामिल हो गई थीं. इनके परिवार को कई बार तालिबान से धमकियां भी मिलीं, लेकिन लगन और हिम्मत के हौसले पर सवार होकर निलोफर की उड़ान जारी है.
कई युद्धों का गवाह बन चुके अफगानिस्तान की पहली महिला मिलिट्री पायलट निलोफर से मुल्क की दूसरी महिलाओं और लड़कियों की हिम्मत मजबूत होगी, जो बुरे दौर से बाहर निकलकर कुछ करना चाहती हैं.