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बच्चों की आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है स्मार्टफोन

अगर आप बच्चों को व्यस्त रखने के लिए स्मार्टफोन का सहारा लेती हैं या बच्चे ज्यादातर समय स्मार्टफोन से ही चिपके रहते हैं तो इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं. आप भी जानिये...

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Kids Playing With Smartphone
Kids Playing With Smartphone

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अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चों की आंखें सलामत रहें और स्कूल में उनका प्रदर्शन बेहतर हो तो बच्चों को स्मार्टफोन देना बंद कर दीजिए.
जी हां हालिया अध्ययन में यह दावा किया गया है कि स्मार्टफोन पर गेम खेलने या कार्टून देखने या मनोरंजन के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने बच्चों में ड्राई-आई बीमारी का खतरा ज्यादा होता है.

स्मार्टफोन पर बच्चों की व्यस्तता आंखों की रोशनी और स्कूल में उनके प्रदर्शन पर भी नकारात्मक असर डालती है. सरल और सपाट शब्दों में इस बात को समझें तो स्मार्टफोन बच्चों की आंखें चौपट कर सकता है.

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यह अध्ययन नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में काम और शोध करने वाली दक्ष‍िण कोरियाई संस्था बीएमसी ऑप्थाल्मोलॉजी द्वारा किया गया है.

अध्ययनकर्ताओं के अनुसार स्मार्टफोन पर ज्यादा समय गुजारने वाले बच्चों में ड्राई-आई की बीमारी उन बच्चों से ज्यादा पाई गई है जो आउटडोर गेम में ज्यादा व्यस्त रहते हैं.

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अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थाल्मोलॉजी के एक शोध में भी इस बात खुलासा किया जा चुका है कि ड्राई-आई बीमारी का बच्चों की दृष्ट‍ि और स्कूल पर्फोमेंस पर नकारात्मक असर होता है.

दरअसल, कम्प्यूटर, स्मार्टफोन और अन्य स्क्रीन पर लगातार देखते हुए बच्चे पलकें कम झपकाते हैं. इसकी वजह से आंखों की टीयर फिल्म वास्प बन जाती है, जिससे ड्राई-आई बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है और आगे चलकर बच्चों की दृष्ट‍ि कमजोर हो जाती है. उनकी स्कूल रिजल्ट पर भी इसका असर साफ दिखता है.

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