अक्सर मां-बाप इस बात से परेशान रहते हैं कि उनका बच्चा स्लो लर्नर है. उसे कुछ भी याद कराना काफी मुश्किल है. उसे कुछ याद हो भी जाता है तो वो कुछ ही दिनों में उसे भूल जाता है.
यूं तो ये सामान्य बात है लेकिन मां-बाप अक्सर ऐसे बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से करने लग जाते हैं. पर उन्हें ये समझना चाहिए कि हर बच्चा एक-सा नहीं हो सकता है. हर बच्चे की अपनी फीजिकल और मेंटल ग्रोथ होती है. वो उसी के अनुसार, बढ़ता है. ऐसे में अपने बच्चे को कमतर आंकना गलत है.
स्लो लर्नर होने के कई कारण हो सकते हैं. एक कारण ये भी हो सकता है कि उस विषय में आपके बच्चे की रूचि न हो. इसके अलावा ये भी हो सकता है कि उसे उन चीजों का पोषण नहीं मिल पा रहा हो जिससे उसकी स्मरण शक्ति बेहतर हो.
अगर आपके बच्चे को भी ये तकलीफ है तो घबराने की जरूरत नहीं है. बच्चे को हर रोज कुछ मात्रा में दालचीनी देकर आप उसके मानसिक विकास को बेहतर बना सकते हैं. एक शोध में पाया गया है कि दालचीनी के सेवन से स्मरण शक्ति बेहतर होती है. ये शोध चूहों पर किया गया है.
अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कालीपद पहान के अनुसार, कमजोर छात्रों को बेहतर छात्र बनाने के लिए यह सबसे सुरक्षित और आसान तरीका हो सकता है.
इस शोध के तहत चूहों को दालचीनी मिलाकर खाना दिया गया. जिसे उनकी बॉडी ने रसायनिक क्रिया के बाद सोडियम बेंजोएट में बदल दिया. सोडियम बेंजोएट वो केमिकल है जिसे ब्रेन हैमरेज के दौरान इस्तेमाल किया जाता है.
यह शोध 'न्यूरोइम्यून फॉर्माकोलॉजी' पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.