गर्भावस्था हर महिला के जीवन का वो समय है जब उसे अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना होता है. उसे न केवल खानपान का ध्यान देना होता है बल्कि इस बात को लेकर भी सचेत रहना होता है कि वो गलती से भी कुछ ऐसा न खा ले जिसका बुरा असर बच्चे पर और खुद उस पड़े. ये वो समय होता है जब मां के आहार से ही बच्चा भी पोषण प्राप्त करता है.
अगर आप गर्भवती हैं तो आपसे मिलने वाला हर शख्स आपको तरह-तरह के उपाय और पौष्टिक खाने की विधि बताता होगा पर शायद ही किसी ने आपको सहजन यानी ड्रमस्टिक्स के गुणों के बारे में बताया होगा.
गर्भावस्था में सहजन खाना बहुत फायदेमंद होता है. कई महिलाओं को तो गर्भावस्था में सहजन खाने की तीव्र इच्छा भी होती है. गर्भावस्था में सहजन खाना बेहद सुरक्षित है.
इसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, कैरोटीन फॉस्फोरस और विटामिन सी पाया जाता है. अगर आपको सहजन की फली खाने से परहेज है तो आप इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर प्रयोग में ला सकती हैं. इसकी पत्तियों में भी वो तमाम गुण होते हैं जो सहजन की फली में होते हैं. गर्भावस्था में सहजन खाने से सुबह के समय महसूस होने वाली कमजोरी दूर हो जाती है. साथ ही डिलीवरी भी आसान हो जाती है.
पर ये बात स्पष्ट कर देना जरूरी है कि सहजन कोई भी, कभी भी खा सकता है.
गर्भावस्था में सहजन खाने के पांच फायदे:
1. गर्भावस्था में सहजन खाने से डिलीवरी के समय होने वाली परेशानियां कम हो जाती हैं.
2. गर्भावस्था में सुबह के समय महिला को कमजोरी महसूस होती है. कई बार लगातार उल्टियां होने लगती हैं. सहजन खाने से इन सभी परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है.
3. सहजन में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन और विटामिन पाए जाते हैं. जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं. गर्भावस्था में डॉक्टर खासतौर पर कैल्शियम के सेवन की सलाह देते हैं, ऐसे में कैल्शियम की गोलियां लेने से बेहतर है आप नेचुरल तरीके से कैल्शियम लें.
4. गर्भावस्था में संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ जाता है. सहजन में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जिससे इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है.
5. गर्भावस्था में अक्सर पेट से जुड़ी समस्याएं हो जाती हैं. ऐसे में सहजन खाना बहुत फायदेमंद रहता है. इसके सेवन से डायरिया और पीलिया होने का खतरा भी कम हो जाता है.