रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन में पहली बार किसी महिला की बतौर डारेक्टर जनरल नियुक्ति हुई है. जे मंजुला को इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन सिस्टम का महानिदेशक बनाया गया है.
बुधवार को पदभार ग्रहण करने के बाद जानी-मानी वैज्ञानिक मंजुला ने कहा कि ये एक बहुत जिम्मेदारी वाला पद है और डीआरडीओ ने मुझे एक बहुत बड़ा अवसर प्रदान किया है. इस मौके पर एक अंग्रेजी समाचार पत्र से बातचीत के दौरान मंजुला ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इससे देश की दूसरी महिलाओं को विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी.
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम करने वाली मंजुला ने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. डीआरडीओ के डिफेंस एविओनिक्स रिसर्च इस्टेबलिशमेंट (DARE) की डायरेक्टर बनने वाली भी वो पहली महिला थीं.
मंजुला का जन्म आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में 1962 में हुआ था. बचपन में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. उस वक्त जब ज्यादातर परिवार शिक्षा को बहुत जरूरी नहीं माना करते थे मंजुला के माता-पिता ने उनकी पढ़ाई-लिखाई को काफी प्रोत्साहित किया.
1987 में डीआरडीओ ज्वाइन करने के साथ ही उनके सफर की शुरुआत हुई. उन्होंने हैदराबाद के डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च लेबोरेट्री में 26 साल तक इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर पर काम किया.
उन्हें उनके बेहतरीन काम के लिए डीआरडीओ अवॉर्ड फॉर परफॉर्मेंस एक्सीलेंस, साइंटिस्ट ऑफ द ईयर 2011 और 2014 में इंडिया टुडे वुमन समिट अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है.