अगर आप मां बनने वाली हैं और आपको पीठ के बल सोने की आदत है तो सावधान हो जाएं क्योंकि गर्भावस्था की शुरुआती दिनों में पीठ के बल सोने से बच्चे की जान को खतरा हो सकता है.
'यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर' के शोधकर्ताओं द्वारा हाल ही में हुई एक स्टडी में यह बताया गया है कि गर्भावस्था की हालत में जो महिलाएं लापरवाह होकर पीठ के बल सोती हैं उनमें गर्भपात का खतरा ज्यादा रहता है.
यह स्टडी 'British journal of Obstetrics and Gynecology' में प्रकाशित की गई है. स्टडी के अनुसार गर्भावस्था के 28 हफ्ते या उसके बाद लापरवाह होकर या पीठ के बल सोने से गर्भवती महिलाओं में गर्भपात की आशंका 23 फीसदी तक ज्यादा हो जाती है.
दरअसल, जब गर्भवती महिला अपनी पीठ के बल सोती है तो पेट में पल रहे बच्चे और कोख के वजन से ब्लड वेसेल्स पर प्रेशर बढ़ जाता है, जिस कारण बच्चे को ठीक तरह से खून और ऑक्सीजन मिलने में परेशानी होती है. इस वजह से बच्चे की जान पर खतरा बना रहता है.
इस स्टडी में लगभग 1,000 गर्भवती महिलाएं शामिल की गई हैं. जिसमें इन महिलाओं के सोने के तरीकों को एग्जामिन किया गया है. नतीजों में सामने आया है कि जो गर्भवती महिलाएं पीठ के बल सोती हैं उनमें दायीं तरफ करवट लेकर सोने वाली महिलाओं के मुकाबले गर्भपात की आशंका ज्यादा रहती है.