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MP में कुपोषण दूर करने की पहल, सितंबर होगा राष्ट्रीय पोषण माह

कुपोषण एक गंभीर समस्या है. आजकल अधिकतर बच्चे कुपोषण के शिकार हो रहे हैं.  कुपोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मध्य प्रदेश में सितंबर-2018 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

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मध्य प्रदेश में कुपोषण एक बड़ी समस्या बन गया है. इस को खत्म करने के लिए राज्य सरकार इस महीने यानी सितंबर-2018 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाएगी.

आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा है कि पोषण जागरूकता को जन-आंदोलन बनाना समय की आवश्यकता है. खान-पान को लेकर लोगों की सोच बदलने के लिए समाज केंद्रित गतिविधियां संचालित करना जरूरी है. सितंबर-2018 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाना है. जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी पर पोषण जागरूकता के लिए विशेष रूप से मनाया जाएगा.

अर्चना चिटनिस ने 1 सितंबर यानी आज से आरंभ हो रहे राष्ट्रीय पोषण माह की तैयारियों के सिलसिले में गुरुवार को बुरहानपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अफसरों से बात की थी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा गया कि बच्चों में ठिगनापन कम करना, एनीमिया के स्तर में कमी और कम वजन के बच्चों की संख्या में कमी लाना पोषण अभियान के मुख्य उद्देश्य हैं. अभियान की निगरानी भारत सरकार द्वारा की जाएगी. बच्चों, किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं तथा स्वच्छता एवं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना है.

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पोषण माह में स्थानीय स्तर पर होटल तथा रेस्तरा संचालक को भी जोड़ा जाएगा. मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम सहित विभिन्न होटल व्यवसायियों को पौष्टिक थाली आरंभ करने और पौष्टिक व्यंजनों पर केंद्रित फूड फेस्टिवल आयोजित करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.

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