भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक संगीता भाटिया को इस साल 2015 के हेंज अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. संगीता को टिश्यू इंजीनियरिंग और रोग नियंत्रण में उल्लेखनीय योगदान के लिए ये पुरस्कार दिया जाएगा.
संगीता मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान (एमआईटी) से जुड़ी हुई हैं. संगीता की टीम ने उस कृत्रिम माइक्रोलीवर के निर्माण में अहम भूमिका निभाई जिनका इस्तेमाल दवाओं के परीक्षण में किया जाता है. संगीता को ये पुरस्कार 13 मई को पिट्सबर्ग में एक समारोह में दिया जाएगा.
इस पुरस्कार के तहत 250,000 डॉलर (1.59 करोड़ रुपये) की राशि प्रदान की जाती है. ये पुरस्कार हर साल उन लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने कला और मानविकी, पर्यावरण, मानव पारिस्थितिकी, लोक नीति और प्रौद्योगिकी, अर्थव्यवस्था और रोजगार में उल्लेखनीय योगदान दिया हो.