नरेंद्र मोदी ने अपने 36वें मन की बात में सभी देश वासियों को नवरात्रि की शुभ कामनाएं दी. मन की बात को आज 3 साल पूरे हो गए.
नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में जहां एक ओर देश के युवा वर्ग के लिए आने वाले मौके के बारे में बताया वहीं उन्होंने महिला शक्ति की भी बात की.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले दिनों की एक घटना, जो शायद आपके भी ध्यान में आई होगी. नारी-शक्ति और देशभक्ति की अनूठी मिसाल हम देशवासियों ने देखी है.
पीएम ने कहा कि इंडियन आर्मी को लेफ्टिनेंट स्वाति और निधि के रूप में दो वीरांगनाएं मिली हैं और वो असामान्य वीरांगनाएं हैं.
असामान्य इसलिए हैं क्योंकि स्वाति और निधि के पति मां-भारती की सेवा करते-करते शहीद हो गए थे.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम कल्पना कर सकते हैं कि इस छोटी उम्र में जब संसार उजड़ जाए तो मन:स्थिति कैसी होगी.
लेकिन शहीद कर्नल संतोष महादिक की पत्नी स्वाति महादिक इस कठिन परिस्थितियों का मुकाबला करते हुए भारत की सेना में भर्ती हो गईं.
11 महीने तक उन्होंने कड़ी मेहनत करके प्रशिक्षण हासिल किया और अपने पति के सपनों को पूरा करने के लिए उसने अपनी जिन्दगी झोंक दी.
उसी प्रकार मुकेश दुबे मातृ-भूमि के लिए शहीद हो गए तो उनकी पत्नी निधि ने मन में ठान ली और वे भी सेना में भर्ती हो गईं.
पीएम ने कहा कि हर देशवासी को हमारी इस मातृ-शक्ति पर, हमारी इन वीरांगनाओं के प्रति आदर होना बहुत स्वाभाविक है. मैं इन दोनों बहनों को हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
उन्होंने देश के कोटि-कोटि जनों के लिए एक नई प्रेरणा, एक नई चेतना जागाई है. उन दोनों बहनों को बहुत-बहुत बधाई.